DG कारागार को लिखी चिट्ठी- यहां से नहीं भेजा गया धमकी भरा पत्र
धमकी भरा पत्र और कारतूस भेजे जाने की खबरें संज्ञान में आने पर तत्काल वरिष्ठ जेल अधीक्षक लखनऊ से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की
लखनऊ। मे. आर के ज्वेलर्स, आलमबाग, लखनऊ को कथित रूप से जिला जेल लखनऊ में निरुद्ध एक बंदी विजय जायसवाल पुत्र मुन्नालाल जयसवाल द्वारा धमकी भरा पत्र और कारतूस भेजे जाने की खबरें संज्ञान में आने पर तत्काल वरिष्ठ जेल अधीक्षक लखनऊ से तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की गई।
कारागार मुख्यालय को प्राप्त रिपोर्ट में वरिष्ठ जेल अधीक्षक लखनऊ ने स्पष्ट किया है कि व्यवसाई को धमकी भरा पत्र कारागार से नहीं भेजा गया है। वास्तव में उक्त बंदी बीती 02 जुलाई को ही जिला जेल लखनऊ से रिहा हो चुका है, जबकि कथित रूप से धमकी भरा पत्र 19 जुलाई को कुरियर से भेजा गया और 22 जुलाई को व्यवसाय को मिला है।