सरकारी चारा नहीं मिलने से परेशान गौ सेवकों ने गौशाला से निकाली गायें
गौ वंशो को सरकारी चारा नहीं मिला तो इन गायों की सेवा में जुटे गाय प्रेमियों ने गायों को गौशाला से बाहर निकाल दिया है।;
मुजफ्फरनगर। पहले सदर ब्लॉक का हिस्सा कूकड़ा गांव जो परिसीमन के बाद नगर पालिका मुजफ्फरनगर में शामिल हो गया था। इस गांव में ब्लॉक सदर द्वारा बनवाई गई गौशाला में रह रहे गौ वंशो को 5 महीने से सरकारी चारा नहीं मिला तो इन गायों की सेवा में जुटे गाय प्रेमियों ने गायों को गौशाला से बाहर निकाल दिया है।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के सदर ब्लाक के गांव कूकड़ा में लगभग 5 महीने पहले सदर ब्लॉक की तरफ से गायों को आश्रय देने के लिए गौशाला का निर्माण किया गया था। गौ सेवा समिति से जुड़े अरविंद शर्मा का कहना है कि जब ब्लॉक कार्यालय द्वारा गौशाला का निर्माण कराया गया था तब हमें इन गायों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया था। अरविंद शर्मा का कहना है कि वह और उनकी टीम पहले से ही सड़क पर घूम रहे गोवंशों की देखभाल करने के साथ-साथ उनके लिए चारे का प्रबंध भी करती थी।
अरविंद शर्मा का आरोप है कि जब नगर पालिका परिषद के चुनाव से पूर्व कूकड़ा गांव को नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर में शामिल किया गया तब से ब्लॉक कार्यालय द्वारा गायों के लिए मिलने वाला चारा बंद कर दिया गया था। अरविंद शर्मा का आरोप है कि उसके बाद से लगातार नगर पालिका के वह तथा उनकी टीम चक्कर काट रही है लेकिन अब 5 महीने से इन गोवंशों के चारे के लिए एक रुपया भी नगर पालिका परिषद की तरफ से नहीं मिला है। अरविंद शर्मा का आरोप है कि स्थानीय नागरिकों एवं अपनी टीम के साथ मिलकर वह इन गोवंशों के लिए चारे का इंतजाम करते हैं। अब उनके उनकी टीम के लिए चारे का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है क्योंकि प्रत्येक दिन इन गायों के रखरखाव के लिए 2000 हजार रुपये के चारे की आवश्यकता पड़ती है जो उनके बूते से बाहर है।
इसी के साथ ही अरविंद शर्मा तथा उनकी टीम के लोगों ने गौशाला में रखी 34 गायों को बाहर निकाल दिया। बाहर निकालने के सवाल पर अरविंद शर्मा का कहना है कि इस गौशाला में भूखी रहने से बेहतर है कि यह गाय जब बाहर रहेगी तो कहीं ना कहीं अपने चारे का इंतजाम खुद ही कर लेंगी। इस संबंध में जब नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी हेमराज से बात की गई तो उनका कहना है कि अब इसका प्रस्ताव पास कर लिया गया है। इनके बजट के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी या सीएमओ कार्यालय द्वारा व्यवस्था की जाती है। अधिशासी अधिकारी का कहना है कि उन्होंने इस गौशाला के रखरखाव के लिए अब कर्मचारियों के इंतजाम के साथ- साथ चारे का भी इंतजाम कर लिया है।