कोविशील्ड लगने के बाद बेटी की मौत- सीरम के खिलाफ अदालत पहुंचे पेरेंट्स

एमआरआई स्कैन कराया गया तो पता चला कि लड़की के दिमाग में खून के कई थक्के और ब्रेन हेमरेज है।

Update: 2024-05-02 07:42 GMT

नई दिल्ली। वर्ष-2019 में आए कोरोना से निजात के लिए लगवाई गई वैक्सीन कोविशील्ड की पहली डोज लगने के बाद हुई बेटी की मौत को लेकर परिजन भारत में कोविशील्ड का निर्माण करने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के खिलाफ अदालत पहुंच गये है। परिजनों की ओर से कहा गया है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से निर्मित की गई कोविशील्ड की पहली डोज के कुछ दिनों बाद ही महिला की मौत हो गई थी।

कोरोना वायरस से छुटकारे के लिए कोविशील्ड का निर्माण करने वाली एक्स्ट्राजेनेका की ओर से की गई इस स्वीकारोक्ति कि उनकी वैक्सीन से रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं, के बाद एक परिवार वर्ष 2021 के मई महीने में 18 वर्षीय बेटी ऋतिका श्री ओम श्री को लगवाई गई कोविशील्ड की पहली डोज के दो सप्ताह बाद हुई मौत के मामले को लेकर अदालत पहुंच गया है।

परिवार का कहना है कि कोविशील्ड की पहली डोज लगवाने के 7 दिनों के अंदर ही उनकी बेटी को तेज बुखार आया था और उसे चलने फिरने में दिक्कत होने लगी थी। एमआरआई स्कैन कराया गया तो पता चला कि लड़की के दिमाग में खून के कई थक्के और ब्रेन हेमरेज है। दो सप्ताह के बाद लड़की की मौत हो गई थी।

लडकी के परिजनों को अपनी बेटी की मौत की असली वजह की जानकारी नहीं थी। लेकिन अब कोविशील्ड का निर्माण करने वाली कंपनी द्वारा अपनी वैक्सीन को लेकर की गई स्वीकारोक्ति के बाद लड़की के परिजन भारत में वैक्सीन का डेवलपमेंट करने वाली सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के खिलाफ अदालत पहुंच गए हैं।

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