हाथरस डीएम पर क्यों अटक गई सरकार, विपक्ष ने उठाया सवाल

प्रियंका गांधी ने हालिया ट्वीट कर कहा कि हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था

Update: 2020-10-04 08:34 GMT

लखनऊ। हाथरस गैंगरेप काण्ड के बाद लापरवाही पर सरकार ने एसपी विक्रांतवीर सहित अन्य अफसरों हो सस्पेंड कर दिया गया मगर एसपी तो पीड़ित परिवार के निशाने पर कहीं नहीं थे। डीएम प्रवीण कुमार से वो बेहद नाराज है। एसपी के हटाने और डीएम को अभी नहीं हटाने पर विपक्ष भी हमलावर है लेकिन यूपी सरकार अभी डीएम पर कोई एक्शन लेना जरूरी नहीं समझ रही है।  

उत्तर प्रदेश के हाथरस प्रकरण में कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। हाथरस में देश की बेटी के साथ हुए अन्याय पर प्रियंका गांधी लगातार ट्वीट कर मांग उठा रही है कि हाथरस के डीएम को सस्पेंड करने किया जाए। प्रियंका गांधी ने हालिया ट्वीट कर कहा कि हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जाँच हो। परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। 

प्रियंका गांधी व राहुल गांधी ने कल पीड़ित परिवार से हाथरस पहुंच कर उनका दर्द जाना था व बेटी की मां को गले लगाकर उनके आंसू पोंछे थे और उन्हें चैक भी दिया था। 

वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हाथरस मामले में मौजूदा जिलाधिकारी के रहते सीबीआई जांच प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की है। मायावती ने रविवार को कहा कि हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर पीड़िता के परिजनो काे डराने धमकाने का आरोप है। इसके बावजूद सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में लोगों के मन में आशंका है कि डीएम के रहते सीबीआई जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की जा सकती।

समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने भी आज पीड़िता के घर पहुंचकर दुःख जताया है तथा उन्होंने भी डीएम हाथरस को हटाने की मांग की है। 

गौरतलब है कि हाथरस में हैवानियत की शिकार पीडिता की मौत के बाद मचे सियासी बवाल के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मामले में जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। हालांकि पीड़िता का परिवार सरकार के ऐलान से संतुष्ट नहीं है। उसका कहना है कि मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से होता तो अच्छा रहता। पीड़िता का परिवार डीएम प्रवीण कुमार पर धमकी और बदसलूकी के आरोप लगा चुका है। उन्‍होंने डीएम प्रवीण कुमार को पद से हटाने की मांग भी की है।


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