खुद को शहीद भगत सिंह का शागिर्द बताते हुए केजरीवाल ने किया सरेंडर
केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद तिहाड़ जेल पहुंचकर सरेंडर कर दिया है।
नई दिल्ली। आजादी के महानायक शहीद भगत सिंह को अपना गुरु एवं आदर्श बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के मुताबिक सरेंडर यात्रा निकालने के बाद तिहाड़ जेल पहुंचकर आत्म समर्पण कर दिया है।
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए मिली अंतरिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद तिहाड़ जेल पहुंचकर सरेंडर कर दिया है।
आत्म समर्पण करने से पहले अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में अपनी पत्नी के साथ सरेंडर यात्रा निकाली, जिसके चलते घर से निकलने के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ राजधानी के रिंग रोड स्थित महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर पहुंचे।
जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के प्लांट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर का रूख किया और वहां पहुंचकर भगवान बजरंगबली का दर्शन पूजन करने के बाद पार्टी के दफ्तर पर आम आदमी पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार की तानाशाही है कि किसी को भी बिना सबूत के पकड़ कर जेल में डाल दो।
उन्होंने कहा है कि जब किसी भी देश की सत्ता तानाशाह हो जाती है तो जेल जिम्मेदारी बन जाती है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हम अमर शहीद भगत सिंह के चेले हैं और जिस तरह भगत सिंह देश को बचाने और आजादी दिलाने के लिए जेल में गए थे, ठीक उसी तरह में अब जेल जा रहा हूं।