नितिन गडकरी ने सड़क परिवहन व राजमार्ग के साथ ही माइक्रो, स्माॅल व मध्यम एन्टरप्राईजेज विभाग की जिम्मेदारी सम्भाली
नितिन गडकरी राजनाथ सिंह के बाद भाजपा के नौंवें राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। नितिन गडकरी आरएसएस के चहेते माने जाते हैं, क्योंकि वो संघ के एक प्रतिबद्ध और निष्ठावान स्वयंसेवक हैं। उनके पिता जहाँ संघ के एक सामान्य कार्यकर्ता थे और उनकी माता एक प्रसिद्ध प्रचारक थीं। अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व और सब को साथ लेकर चलने की खूबी की वजह से नितिन गडकरी हमेशा अपने वरिष्ठ लागों के प्रिय रहे हैं।
नई दिल्ली। नितिन गडकरी ने 1976 में नागपुर विश्वविद्यालय में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपनी राजनीतिक शुरूआत करने के बाद बावन वर्ष की आयु में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले वे इस पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष थे। नितिन गडकरी सफल राजनीतिज्ञ होने के साथ ही सफल उद्यमी भी हैं। उन्होंने पार्टी व सरकार के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है। नितिन गडकरी की काबलियत के आधार पर ही मोदी सरकार-2 में उन्हें सड़क परिवहन व राजमार्ग के साथ ही माइक्रो, स्माॅल व मध्यम एन्टरप्राईजेज विभाग की जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है।
नितिन गडकरी का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर जिले में एक ब्राह्मण परिवार में 27 मई 1957 हुआ। वे कामर्स में स्नातकोत्तर हैं, इसके अलावा उन्होंने कानून तथा बिजनेस मनेजमेंट की पढ़ाई भी की है।
नितिन गडकरी ने 1976 में नागपुर विश्वविद्यालय में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। वह 23 साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बन गये थे। अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व और सब को साथ लेकर चलने की वजह से वे सदा अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रिय बने रहे। 1995 में नितिन गडकरी महाराष्ट्र में शिव सेना-भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए थे और चार साल तक मंत्री पद पर रहे। मंत्री के रूप में वे अपने अच्छे कामों के कारण प्रशंसा में रहे। 1989 में नितिन गडकरी पहली बार विधान परिषद के लिए चुने गए थे और पिछले २० वर्षों से विधान परिषद के सदस्य रहे हैं। नितिन गडकरी महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। उन्होंने अपनी पहचान जमीन से जुड़े एक कार्यकर्ता के तौर पर बनाई है। नितिन गडकरी एक राजनेता के साथ-साथ एक कृषक और एक उद्योगपति भी हैं। नितिन गडकरी राजनाथ सिंह के बाद भाजपा के नौंवें राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। नितिन गडकरी आरएसएस के चहेते माने जाते हैं क्योंकि वो संघ के एक प्रतिबद्ध और निष्ठावान स्वयंसेवक हैं। उनके पिता जहाँ संघ के एक सामान्य कार्यकर्ता थे और उनकी माता एक प्रसिद्ध प्रचारक थीं। अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व और सब को साथ लेकर चलने की खूबी की वजह से नितिन गडकरी हमेशा अपने वरिष्ठ लागों के प्रिय रहे हैं।