चरथावल इलाके की जनता के सुख दुःख में साथ रहते है मुकेश

चुनाव हो या आम दिन उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे मुकेश चौधरी की जनता से सम्पर्क की डोर नहीं टूटती है

Update: 2021-09-04 13:22 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर के चरथावल विधानसभा क्षेत्र के लोगों का कहना है कि चुनाव हो या आम दिन उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे मुकेश चौधरी की जनता से सम्पर्क की डोर नहीं टूटती है। बताया जा रहा है कि वह सप्ताह में 4 दिन अपने क्षेत्र की जनता से जाकर उनका हालचाल जरूर जानते हैं। खास बात यह है कि वह दिये हुए टाइम पर पहुंच जाते हैं। इससे उनकी सक्रियता और जनता के प्रति लगाव का पता चलता है।


दरअसल यह बात तो जगजाहिर ही है कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में पूरे प्रदेश में बीजेपी का डंका बजा था। इसे एक तरह से भाजपा के पक्ष में आई बहती भी कह सकते हैं। इस बहती में सभी दल बह गये थे और विधानसभा में प्रचंड बहुमत से बीजेपी की सरकार बन गई थी। आमतौर पर देखा जाता है कि चुनाव के मौके पर जनता की सेवा में जुटे रहते दिखाई देने वाले राजनेता इलेक्शन समाप्त होते ही अपने घर बैठ जाते हैं और ज्यादातर नेता जनता के बीच नहीं जाते हैं। दोबारा से जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं तो उनका जनसम्पर्क अभियान शुरू हो जाता है। लेकिन इसके ठीक उलट कुछ नेता ऐसे भी होते हैं जो चुनाव हारे या जीते, वह जनता के बीच में ही रहकर उनकी समस्याओं का समाधान कराने में लगे रहते हैं। हर मौसम में जनता के बीच रहकर समस्या का समाधान कराने वाले ऐसे नेताओं में जनपद मुजफ्फरनगर से चरथावल विधानसभा प्रत्याशी के दावेदार एवं उत्तर प्रदेश सरकार में रहे दर्जा प्राप्त मंत्री मुकेश चौधरी भी मुख्य रूप से शामिल हैं।


मुकेश चौधरी जब वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा की बहती में हार गये थे। लेकिन उन्होंने हारने के पश्चात भी जनता से जनसम्पर्क की डोर को नहीं टूटने नहीं दिया। वह निरंतर अपने क्षेत्र के लोगों से जाकर मिलते हैं। बताया जा रहा है पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री मुकेश चौधरी एक सप्ताह में 4 दिन क्षेत्रीय जनता के बीच में पहुंचकर लोगों का हालचाल जरूर जानते हैं। वह सप्ताह के तीन दिन अपना कार्य निपटा लेते हैं। अगर इन तीन दिनों में उनका कोई कार्य नहीं होता है तो वह बचे हुए दिन और समय को जनता के बीच में गुजारते हैं। मुकेश चौधरी सुबह 10 से 11 बजे के बीच में घर से जनता से उनका हालचाल जानने के लिये निकल जाते हैं और शाम के 5 से 6 बजे तक जनता के बीच में ही रहते हैं। जनता के बीच से घर लौटने के पश्चात अगर किसी व्यक्ति को उनसे मिलना होता है तो किसी भी समय आकर मिल लेता है। बताया जा रहा है कि मुकेश चौधरी जिस वक्त जनता को मिलने का समय दे देते हैं, उसी टाइम मिल जाते हैं। अन्य नेताओं की तरह ऐसा नहीं है कि समय देने के बाद भी उनका इंतेजार करना पडेगा। वैसे कभी-कभी ऐसा हो भी जाता है किसी कारणवश थोड़ी देर भी हो जाती है, लेकिन वह समय दिये गये व्यक्ति से मिलते अवश्य हैं। जब वह अपनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच जाते हैं जिस समय का वक्त दे देते हैं उससे 5 मिनट पहले या सटीक समय पर पहुंच जाते हैं। आपने देखा होगा कि कुछ नेता ऐसे भी होते हैं कि वह भले ही अपने घर के अंदर बैठे हो लेकिन दरवाजे पर आये व्यक्ति से काफी इंतेजार कराने के बाद मिलते हैं।



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