कार्यकाल 6 साल - संघर्ष से सांसद बने है संजीव बालियान

अजीत सिंह और संजीव बालियान में कांटे की टक्कर चल रही थी। अंत में जब नतीजा आया तो संजीव बालियान इतिहास रच चुके थे

Update: 2020-05-28 13:31 GMT

मुज़फ्फरनगर।  23 मई 2019 को  लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से सबकी निगाहें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट के परिणाम पर लगी थी। वजह, एक तरफ संपूर्ण विपक्ष के उम्मीदवार एवं रालोद सुप्रीमो चौधरी अजीत सिंह, तो दूसरी तरफ 5 साल तक सांसद रहते हुए सड़क पर संघर्ष करने वाले भाजपा के उम्मीदवार संजीव बालियान। ज्यों ज्यों दिन का तापमान बढ़ रहा था त्यों त्यों मुजफ्फरनगर की आवाम की सांसे भी अटक रही थी, क्योंकि अजीत सिंह और  संजीव बालियान में कांटे की टक्कर चल रही थी। अंत में जब नतीजा आया तो संजीव बालियान इतिहास रच चुके थे। मतलब कड़े मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान ने रालोद मुखिया अजित सिंह को हराकर देश भर में संदेश दे दिया था कि संघर्ष से किसी को भी हराया जा सकता है।

 

2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार चल रहा था मगर उत्तर प्रदेश की 2 लोकसभा सीटों पर देश भर की नजरें टिकी हुई थी, एक थी कांग्रेस अध्यक्ष  राहुल गांधी एवं भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी के बीच कांटे के मुकाबले वाली लोकसभा सीट अमेठी। तो दूसरी थी पश्चिम उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट मुजफ्फरनगर, जहां  दो जाट छत्रपों  रालोद के मुखिया अजित सिंह एवं दूसरी बार जीत के लिए संघर्ष कर रहे संजीव बालियान के बीच सियासी जंग जारी थी। राजनैतिक  पंडित अमेठी में कांग्रेस के राहुल गांधी तो मुजफ्फरनगर में चौधरी अजीत सिंह की जीत बता रहे थे। अमेठी में स्मृति ईरानी राहुल गांधी से कड़ा मुकाबला कर रही थी तो मुजफ्फरनगर में संजीव बालियान विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी चौधरी अजीत सिंह से संघर्ष कर रहे थे। 



संजीव बालियान ने चुनाव के पहले ही दिन से हिम्मत नहीं हारी। वह जनता के बीच लगातार घूम रहे थे। किसी की शिकायत मिलती तो उसे अपनी सियासी मजबूरी बताकर तसल्ली देते हुए खुद को जिताने की अपील कर रहे थे । इस चुनाव में संजीव बालियान खांटी देहाती अंदाज में जनता को संबोधित भी करते थे। पूरे लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान ने अपने विकास कार्यों के बलबूते वोट मांगी। वह प्रतिद्वंदी अजीत सिंह को बाहरी बताकर कह रहे थे कि संजीव बालियान ही आपके बीच रहेगा। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान संजीव बालियान चुनाव की रणभेरी बजाते रहे। उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि सभी आकलन करते हुए यह साबित करने में जुटे हुए थे कि अजीत सिंह जैसे बड़े नेता के सामने संजीव बालियान चुनाव नहीं जीत पाएंगे, मगर संजीव बालियान पर तो जैसे धुन सवार थी कि मुझे तो बस डटकर मुकाबला करना है और जीत भी मेरे हिस्से में आएगी । संजीव बालियान चुनाव परिणाम वाले दिन भी बड़े आत्मविश्वास के साथ मतगणना परिसर में घूम रहे थे। जब जब रुझानों में अजीत सिंह की बढ़त की खबरें आती तब तब  संजीव बालियान कहते,  मुझे मुजफ्फरनगर की जनता पर भरोसा है वह अपने उम्मीदवार को हारने नहीं देगी । और हुआ भी वही भाजपा के संजीव बालियान ने रालोद मुखिया और संयुक्त विपक्ष  के प्रत्याशी अजीत सिंह को हराकर इतिहास में अपना नाम अंकित कर लिया था।



23 मई 2020 को मुजफ्फरनगर सांसद के रूप में 6 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले संजीव बालियान ने पहला लोकसभा चुनाव में 2014 में भी राजनीतिक धुरंधरों को हराकर  चुनाव जीता था। 2013 के दंगों में जब मुजफ्फरनगर जल रहा था तब संजीव बालियान सरकार से भेदभाव का आरोप लगाते हुए संघर्ष कर रहे थे। वह लगातार जनता के बीच रहकर उनको इन्सांफ दिलाने का भरोसा दिला रहे थे। इस लड़ाई में संजीव बालियान को जेल भी जाना पड़ा था। बस यहीं संजीव बालियान की सियासत की नींव  पड़ चुकी थी।   

2014 में मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बनने के बाद संजीव बालियान ने 2019 में दूसरी बार फिर लोकसभा का चुनाव जीता। 23 मई 2020 को मुजफ्फरनगर सांसद के रूप में 6 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने विकास कार्य कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 



                                                                                                             सड़कों का बनाया जाल

6 साल के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने अपने लोकसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछा दिया है। उन्होंने राज्य मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाने के साथ-साथ नए मार्गों का निर्माण भी कराया है। संजीव बालियान ने मेरठ से करनाल जाने वाले राज्य राजमार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करा कर 550 करोड़ की लागत से अतिरिक्त 3 मीटर चौड़ा एवं 15 ओवरब्रिज  अंडरपास वाला मार्ग पर निर्माण पर कार्य प्रारंभ करा दिया है। इसके साथ साथ संजीव बालियान ने पानीपत खटीमा मार्ग वाया शामली, मुजफ्फरनगर, जानसठ, बिजनौर राजमार्ग के निर्माण के लिए भी स्वीकृति दिलाते हुए काम शुरू करा दिया है। राज्य मंत्री संजीव बालियान ने  मुजफ्फरनगर में रिंग रोड के निर्माण के लिए भी 650 करोड़ रूपये  की लागत से वहलना  से रामपुर तिराहे तक रिंग रोड की स्वीकृति दिलाते हुए काम कार्य प्रारंभ करा दिया है। संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर से बड़ौत वाया शाहपुर , बुढ़ाना जाने वाले जर्जर मार्ग के चौड़ीकरण एवं मार्ग निर्माण के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक से ₹298 करोड़ की लागत से मार्ग का निर्माण कार्य  जोरों पर चल रहा है । सांसद संजीव बालियान ने एक गांव से दूसरे गांव एवं कस्बे तथा  जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण करा कर लोकसभा क्षेत्र की जनता के आवागमन को सुगम  बनाने का काम किया है।

                                                       


                                                             संधावली पुल एवं खतौली बाईपास को कराया दुर्घटना मुक्त

मुजफ्फरनगर में बरसों पहले जब वहलना चौक से रामपुर तिराहा को जोड़ने वाला वाले बाईपास मार्ग का निर्माण हुआ , तब संधावली गांव के पास एक मस्जिद एंव मदरसा  होने के कारण पुल  का चौड़ीकरण नहीं हो पाया था। इसकी वजह से संधावली  फाटक पर अक्सर एक्सीडेंट में मौत की खबरें संजीव बालियान को आहत करती रहती थी। समाजवादी पार्टी की सरकार में भी उन्होंने सांसद के रूप में भरकस  प्रयास किया, मगर विपक्षी दल की सरकार होने के कारण उनकी इस मांग को अनसुना किया गया। जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तब संजीव बालियान ने इस संधावली के  अधूरे पड़े पुल का निर्माण करा कर इस जगह को दुर्घटना मुक्त करा दिया।  इसके साथ साथ खतौली  में बाईपास के दोनों तरफ अंडर पास नहीं होने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती थी। इसको भी संजीव बालियान गंभीरता से लिया और उन्होंने खतौली बाईपास के दोनों तरफ अंडरपास एवं सर्विस मार्ग के निर्माण की स्वीकृति दिला  कर इस पर तेजी से कार्य प्रारंभ कराया हुआ है।

                         


                                                                                   रेलवे की भी बदली सूरत हाल

संजीव बालियान ने सांसद बनने के बाद रेलवे लाइन के दोहरीकरण एवं जर्जर भवनों के  निर्माण का भी बीड़ा उठाया। दरअसल सहारनपुर से दिल्ली तक रेलवे लाइन सिंगल थी। इसके दोहरीकरण नहीं होने से अक्सर ट्रेनों के लेट चलने की शिकायत रहती थी।  संजीव बालियान इस समस्या से भली-भांति परिचित थे , तभी उन्होंने अपने सांसद रहते नई दिल्ली से मुजफ्फरनगर होते हुए सहारनपुर तक रेलवे का दोहरीकरण कार्य प्रारंभ करा दिया था, जो अब मुजफ्फरनगर तक पूर्ण हो चुका है। इसके साथ-साथ सांसद संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर सहारनपुर रेलवे लाइन का विधुतीकरण भी कराया है। उन्होंने रेल दुर्घटना से बचाव हेतु मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक सॉलिड स्टेट इंटरलॉकिंग   सॉफ्टवेयर की स्थापना भी कराई। संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग की जगह ऐतिहासिक नक्शे वाली नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू कराया  हुआ है । मुजफ्फरनगर के साथ-साथ अपनी लोकसभा के मंसूरपुर व् खतौली  रेलवे स्टेशनों के जर्जर भवनों का भी  निर्माण कराने के लिए संजीव बालियान प्रयासरत है। रेलवे क्षेत्र में सांसद संजीव बालियान ने एक नई रेलवे लाइन मेरठ से पानीपत वाया  बुढाना स्वीकृत कराई है, इससे मेरठ से बुढ़ाना, शामली, कैराना, पानीपत जाने वाले लोगों के लिए सुविधा होगी।

           

                                                                                       


                                                                                        गांव में युवाओं के लिए जिम

केंद्र में  राज्य मंत्री संजीव बालियान युवाओं के उत्थान के लिए भी लगातार प्रयासरत बने रहते हैं। अपने लोकसभा क्षेत्र में 6 साल के कार्यकाल में लगभग 200 गांवों में उन्होंने युवाओं के लिए जिम ( व्यायामशाला ) की स्थापना करा कर युवाओं को फिट रहने की सुविधा प्रदान की है। इसके साथ साथ उन्होंने क्षेत्र में कुश्ती एंव  कबड्डी के खेलों के प्रोत्साहन एवं विकास हेतु आधुनिक गद्दे ( मैट्रेस)  विभिन्न गांव में उपलब्ध कराए हैं। संजीव बालियान ने कई बार सेना की भर्ती के लिए जनपद में कैंप लगवाएं, जिसमें मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के हजारों युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिला।

                                       


                                                                                      तिरंगे से है खास लगाव 

राष्ट्रभक्ति संजीव बालियान में कूट-कूट कर भरी हुई है। तभी तो अपने 6 साल के कार्यकाल में उन्होंने अब तक 100 से ज्यादा गांव में तिरंगा यात्रा निकालते हुए अब तक जितने भी सुरक्षा बलों के जवान  शहीद हुए उनके परिजनों को  सांसद संजीव बालियान ने उनके घर जाकर सम्मानित करने का भी काम किया है। सांसद संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में भी 131 फीट ऊँचे  तिरंगे झंडे की स्थापना करा कर साबित किया है कि वह तिरंगे का सम्मान करते हैं।

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