दोस्त के लिए जान कुर्बान- जलती चिता पर बराबर में लेटकर दी दोस्त ने जान

दोस्ती की अनूठी मिसाल का यह मंजर जिसने भी देखा है अब उनकी आंखों से वह दृश्य ओझल नहीं हो रहा है।

Update: 2023-05-28 05:59 GMT

शिकोहाबाद। दोस्त के लिए अपनी जान कुर्बान करते हुए यमुना किनारे सरूरपुर घाट पर जल रही दोस्त की चिता पर लेटकर मित्र ने अपनी जान दे दी। दोस्ती की अनूठी मिसाल का यह मंजर जिसने भी देखा है अब उनकी आंखों से वह दृश्य ओझल नहीं हो रहा है। दरअसल शिकोहाबाद के नगला खंगहर के गांव मढैया नादिया में रहने वाले रामबाबू के 40 वर्षीय बेटे अशोक का गढ़िया पंचवटी के रहने वाले आनंद गौरव राजपूत के साथ बहुत ही गहरा याराना था। बचपन से ही चली आ रही दोस्ती के बीच दोनों खेती किसानी कर अपनी और परिवार की गुजर बसर कर रहे थे। इसी बीच 40 वर्षीय अशोक को कैंसर की बीमारी ने आ घेरा। परिजनों द्वारा कराए गए इलाज के बावजूद शनिवार की सवेरे अशोक कुमार की मौत हो गई। अशोक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। भारी गमगीन माहौल के बीच परिजन गांव वालों के साथ अशोक की पार्थिव देह को लेकर सरूरपुर यमुना घाट पर पहुंचे और वहां पर उसकी चिता सजाकर उसे मुखाग्नि दे दी। अशोक के अंतिम संस्कार में शामिल होने गये परिवार के लोग एवं अन्य परिचित धीरे-धीरे करके श्मशान घाट से जाने लगे। जबकि कुछ लोग घाट के पास ही मौजूद थे। इसी बीच लोगों ने देखा कि अशोक कुमार का दोस्त आनंद गौरव राजपूत रोता बिलखता हुआ अपनी दोस्त की चिता के पास पहुंचा और रोते रोते वह जलती चिता पर दोस्त के बराबर में लेट गया। जब तक मौके पर मौजूद लोग उसे बचाने को दौड़ते उस समय तक वह तकरीबन 90 फ़ीसदी जल चुका था।Full View

बड़ी मुश्किल से चिता के लाठी-डंडों की सहायता से रेस्क्यू कर मौके पर मौजूद लोगों ने उसे चिता से निकालकर अस्पताल भिजवाया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दो दोस्तों की एक साथ मौत होने से अब दोनों के घरों में कोहराम मचा है और उनकी पत्नी तथा बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया है कि सरूरपुर घाट पर दोस्त की बराबर में मित्र द्वारा चिता पर लेटने की यह घटना हुई है। आनंद नाम के व्यक्ति ने दोस्त की जलती चिता पर लेटकर आत्मदाह का प्रयास किया है। घायल हुए दोस्त को आगरा रेफर किया गया था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

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