बोलीं दुआओं में याद रखना- दुनिया से ले ली विदा

इस तरह की घटना यही सवाल पैदा करती है कि आखिर कब तक महिलाएं उत्पीड़न सहती रहेंगी

Update: 2021-02-28 16:28 GMT

अहमदाबाद। दुआओं में याद रखना, क्या पता जन्नत मिले या न मिले... इतना कहकर एक महिला नदी में कूद गई और अपने जीवन का अंत कर दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि महिला अपने पति से इतनी दुखी थी कि उसे अपनी जिंदगी का अंत करना पड़ा। जहां महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, वहीं इस तरह की घटना यही सवाल पैदा करती है कि आखिर कब तक महिलाएं उत्पीड़न सहती रहेंगी।

यह वीडियो जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वह अहमदाबाद की आयशा आरिफ खान का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शादीशुदा जिंदगी में पति के मानसिक तनाव से तंग आकर महिला ने इतना भयानक कदम उठाया है। अहमदाबाद के वटवा इलाके में रहने वाली आयशा मकरानी ने 25 फरवरी को साबरमती में कूदकर अपनी इहलीला को समाप्त कर दिया। अपनी मौत से पूर्व आयशा ने अपने पति को अपनी जिंदगी से आजाद कर दिया और कहा वीडियो देखने के बाद कोई भी ज्यादा हंगामा न करे।

आयशा की जो वीडियो वायरल हो रही है, उसमें सबसे पहले वह अपना नाम आयशा आरिफ खान बताती है। आयशा ने कहा कि वह जो कुछ भी कर रही है, अपनी मर्जी से कर रही है। उस पर किसी का जोर-दबाव नहीं है। वह अपने पिता से कहती है कि डियर डेड आप कब तक अपनों से लड़ोगे। विड्रोल कर दो, जिससे हम प्यार करते हैं, उसे निराश नहीं करेंगे। वह हमसे अलग होना चाहता है, तो हम उसे आजाद कर रहे हैं। अपनी जिंदगी यही तक है। मैं खुश हूं कि अल्लाह से मिलूंगी। उनसे बोलूंगी कि मेरे से कहां गलती हुई है। इतने अच्छे मां-बाप मिले हैं। मुझमें या फिर मेरी किस्मत में ही कोई कमी रह गई है। वह दुआ कर रही है कि दोबारा फिर से उन्हें इंसानों का मुंह न देखना पड़े। वह अपने पीछे बह रही नदी से कहती है कि आप मुझे अपने में समा लो। आयशा कहती है कि वह हवाओ की तरह है और बहना चाहती है। जो जवाब उसे मिलने थे, वे मिल चुके हैं। जिसको सच्चाई बतानी थी, बता चुकी है। अब कोई गिला नहीं है। अंत में उसने यही कहा कि दुआओं में याद करना, क्या पता जन्नत मिले या न मिले। इतना कहने के बाद वीडियो बंद हो जाता है और आयशा साबरमती में हमेशा के लिए समा जाती है।

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