शामली। पुलिस कप्तान अजय कुमार ने आज मित्रता दिवस की सुबह अपना एक संदेश दोस्ती के नाम जारी किया । सोशल मीडिया पर उनके इस संदेश को लोगो ने काफी सराहा है। उनके इस संदेश को खोजी न्यूज़ ने हूबहू प्रकाशित किया है
हिन्दी साहित्य के विश्व विख्यात ग्रंथ *श्रीरामचरितमानस* के अरण्य काण्ड की एक सुविख्यात चौपाई का अंश है-
*मंत्र जाप मम दृढ़ विस्वासा।*
*पंचम भजन सो वेद प्रकासा॥*
इसमें मंत्र जाप की महिमा बखानी गई है, परन्तु शर्त यह रखी गई है कि वह *दृढ़ विश्वास* के साथ किया गया हो। दृढ़ विश्वास कहीं भी हो ज़रूर फलित होता है। *दृढ़ विश्वास* प्रेम में हो, भक्ति में हो, मित्रता में हो तो ईश्वर भी मिल जाते हैं; जैसे मीरा का प्रेम, शबरी की भक्ति, सुदामा की मित्रता—हमारा इतिहास ऐसे अनेकों उदाहरणों से भरा हुआ है।
आज माह अगस्त का प्रथम रविवार होने के कारण इस दिन को हमारे देश में *मित्रता दिवस* के रूप में भी माना जाता है। सच्ची मित्रता की नींव भी *दृढ़ विश्वास* पर ही टिकी होती है। *इस दुनिया में अगर किसी के पास एक भी सच्चा मित्र है तो भी उसका जीवन महक उठता है, चहक उठता है;* सौन्दर्य और सकारात्मकता से भर उठता है। सच्ची मित्रता हमें ईश्वर से साक्षात्कार करने में, उनसे तादात्म्य स्थापित करने में एक मददगार के रूप में, एक अमोघ शक्ति के रूप में अखिल ब्रह्माण्ड में अपनी एक अलग ही दिव्य छबि के साथ सतत् विराजमान है।
आओ! अपने मित्रों को याद करें, उनसे बात करें, उनके संग बैठें; एक ही थाली में कुछ खाएँ, साथ में कुछ गुनगुनाएँ, कुछ उनकी सुनें, कुछ सुनाएँ; बीते हुए लमहों को उनके संग बाँटें, हँसें, हँसाएँ, थोड़ा गुदगुदाएँ; और इस प्रकार ईश्वर द्वारा प्रदत्त अप्रतिम उपहार-स्वरूप जीवन को नित नई ऊर्जा से सराबोर कर जाएँ!
*आपको मित्रता दिवस की अनगिनत शुभकामनाएँ !!*
अजय कुमार ( आईपीएस)
पुलिस अधीक्षक शामली