मुकदमों से बचाकर घर बसाने में विश्वास रखती हैं महिला थानेदार प्रीति यादव

महिला थाना प्रभारी प्रीति यादव के 4 सप्ताह के कार्यकाल में 30 एफआईआर दर्ज हुई और 30 ही फैसले हुए हैं

Update: 2023-08-29 13:23 GMT

मुजफ्फरनगर। मुकदमों से बचाकर घर बसाने में विश्वास रखने वाली महिला थाना प्रभारी प्रीति यादव के 4 सप्ताह के कार्यकाल में 30 एफआईआर दर्ज हुई और 30 ही फैसले हुए हैं। पत्नि-पत्नी की बारिकी से समस्याओं को सुनकर 50 परिवारों का समझौता कराने का काम किया है। पति-पत्नी के बीच हुए समझौता के बाद बिखरे हुए परिवार अब फिर एक साथ रहने लगे हैं। यही वजह है कि उनके 4 सप्ताह के कार्यकाल में FIR कम समझौते ज्यादा हुए हैं।

आमतौर पर देखा जाता है कि कुछ परिवारों में पति-पत्नि के बीच हुआ विवाद, सुलझाने का प्रयास न होने की वजह से वहां तक पहुंच जाता है, जहां तक की उन्हें खुद को भी उम्मीद नहीं होती है। अगर विवाद घर में ही सुलझ जाये तो बाहर नहीं जाना पड़ता है और अगर विवाद थाने पर ही सुलझ जाये तो दोनों पति-पत्नि को कोर्ट, कचहरी के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। अगर दोनों पक्षों के बीच समझौता नहीं होता है तो विवाद का अंतिम रूप पति-पत्नि को एक-दूसरे से अलग कर देता है।

गौरतलब है कि पति-पत्नि में विवाद होने के बाद वह एक-दूसरे के विरूद्ध अभियोग दर्ज करा देते हैं। दोनों पक्षों को शुरूआत में महिला थाने पर ही बुलाया जाता है लेकिन अगर वहां पर मामला नहीं सुधरता है तो फिर परिवार न्यायालय में भेज दिया जाता है, जहां पर दोनों पक्षों को तारीखें मिलती रहती है और वह कोर्ट के चक्कर लगाते रहते हैं। इस दौरान दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं। एक-दूसरे पर लगाये गये आरोपों से कहीं ना कहीं दोनों पक्षों का मन खिन्न हो जाता है और मामला सुलझने लायक नहीं रहता है। आरोपों से मन खिन्न होने के बाद वह एक-दूसरे से अलग होने का निर्णय ले लेते हैं और पति-पत्नि के साथ जन्मों के इस बंधन को तोड़कर एक-दूसरे से जुदा हो जाते हैं। ऐसा नहीं है कि पति-पत्नि सम्बंधी विवादों में साथ जन्मों को बंधन टूटे ही, अगर महिला थाना प्रभारी या कोर्ट में विवाद को सुन रहे अधिकारी रिश्तों को बचाने का प्रयास करें तो पति-पत्नि फिर दोबारा से एक-दूसरे के साथ रह सकते हैं।

एसएसपी संजीव सुमन द्वारा 1 अगस्त 2023 को उपनिरीक्षक प्रीति यादव के हाथों में महिला थाने की कमान सौंपी। मुजफ्फरनगर जिले के महिला थाना प्रभारी के रूप में कार्यभार संभाले हुए प्रीति यादव को चार सप्ताह पूर्ण हो चुके हैं। महिला थाना प्रभारी प्रीति यादव पति-पत्नी के बीच चल रहे विवादों को समाप्त करने के लिये बारिकी से उनकी समस्याओं को सुना और फिर पति-पत्नी के बीच समझौता कराकर 28 दिन में 50 परिवारों को जोड़ने का कार्य किया। महिला थाना प्रभारी द्वारा कराये गये समझौते के बाद 50 परिवार अब एक साथ रह रहे हैं। महिला थाना प्रभारी द्वारा किये गये इस कार्यों की काउंसलिंग के बाद एकजुट हुए परिवारों ने उनकी प्रशंसा की।

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