बेरोजगारी से तंग-पूर्व अधिकारी ने की आत्महत्या

लॉकडाउन के बाद की यह पहली घटना नहीं है जब बेरोजगारी से तंग आकर किसी व्यक्ति ने आत्महत्या की हो;

Update: 2021-03-10 06:52 GMT

मेरठ। बेरोजगारी से तंग आकर 43 वर्षीय एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। कारण वही है नौकरी छोड़कर,दूसरी नौकरी न मिल पाना। परिवार का पालन पोषण करना था, खर्च खत्म तो, दुनिया को भी खत्म कर दिया।।

लॉकडाउन के बाद की यह पहली घटना नहीं है जब बेरोजगारी से तंग आकर किसी व्यक्ति ने आत्महत्या की हो। ऐसे सैकड़ो उदाहरण हमारे सामने आ रहे है। कोई कर्ज में डूबकर आत्महत्या कर रहा है तो कोई परिवार का पालन पोषण न कर पाने की वजह से आत्म हत्या कर रहा है।

ताजा मामला मामला गंगानगर थाने क्षेत्र का है जहाँ पर यशोदाकुंज निवासी 43 वर्षीय नीरज ने पहली मंजिल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। एक माह पूर्व तक नीरज मवाना शुगर मिल में अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। एक माह पूर्व ही उन्होंने मवाना शुगर मिल में से नौकरी छोड़ दी थी। एक माह तक रोजगार की तलाश रखी मगर कोई रोजगार नीरज को नही मिली और अंत मे आर्थिक तंगी का बूझ बढ़ते देख उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया। आपको बता दे कि अभी ये स्पष्ट नही हो पाया है की नीरज ने खुद नौकरी छोड़ी थी या उनसे नौकरी छोडवाई गयी थी। नीरज की पत्नी मवाना के एक स्कूल में शिक्षिका है।

आज तड़के समय करीब 7:30 का रहा होगा जब नीरज अपनी कार से पनाष अपार्टमेंट पहुँचे और आपर्टमेंट की छत से कूदकर उन्होंने मौत को गला लगा लिया।

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