हारे प्रत्याशी को जिताने वाला आरओ गिरफ्तार-पक्ष में उतरा इंजीनियर संघ
उत्तर प्रदेश इंजीनियर संघ ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए हिरासत में लिए गए इंजीनियर को निजी मुचलके पर छोड़ने की मांग की है
गोरखपुर। ब्रह्मपुर ब्लॉक के जिला पंचायत के वार्ड संख्या 60 एवं 61 में हुई गड़बड़ी के आरोपी रिटर्निंग ऑफिसर रहे सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता इंजीनियर वीरेंद्र कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश इंजीनियर संघ ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए हिरासत में लिए गए इंजीनियर को निजी मुचलके पर छोड़ने की मांग की है।
दरअसल हाल ही में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत हुई मतगणना के लिए ब्रह्मपुर ब्लॉक में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता इंजीनियर वीरेंद्र कुमार को ब्लॉक का रिटर्निंग ऑफिसर बनाया गया था। मतगणना का कार्य करीब 40 से 45 घंटे तक चलता रहा। इस दौरान मतगणना स्थल पर न तो सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था थी और नहीं भोजन, पानी और आराम का कोई उचित इंतजाम था। आरोप है कि मतगणना के लिए स्टेशनरी आदि की भी पूरी व्यवस्था नहीं थी। जिसके चलते जिला पंचायत चुनाव के निर्वाचन अधिकारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। 3 दिन में सभी वार्डो के प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए। वार्ड संख्या 60, 61 का बूथवार विवरण 3 मई को मिल चुका था। उसके बाद भी मुख्यालय स्तर से पहला व दूसरा स्थान पाने वाले प्रत्याशियों के वोटों का मिलान नहीं हुआ है। वार्ड संख्या 32, 33, 45, 60 व 61 समेत कई वार्डों की शिकायत मिली थी। वार्ड संख्या 45 में मुख्यालय स्तर पर ही वोटों की संख्या और परिणाम भी बदला लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। पुलिस ने जिला पंचायत के वार्ड संख्या 60 और 61 में हुई गड़बड़ी के आरोप में ब्लॉक के रिटर्निंग ऑफिसर रहे सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता इंजीनियर वीरेंद्र कुमार को हिरासत में लिया है। जिसके विरोध में उत्तर प्रदेश इंजीनियर संघ ने आगे आते हुए इंजीनियर वीरेंद्र कुमार की गलती को मानवीय भूल बताकर उन्हें हिरासत में लिए जाने की आलोचना की है। संघ ने कहा है कि हिरासत में लिए गए इंजीनियर को निजी मुचलके पर छोड़ा जाए। यदि वीरेंद्र कुमार को थाने से नहीं छोड़ा गया तो इंजीनियर भविष्य में चुनाव ड्यूटी नहीं करेंगे। संघ ने इस मामले में जांच कर वीरेंद्र कुमार पर कराई गई एफआईआर को निरस्त करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को भी पत्र लिखा है।