पुलिस की वर्दी का हमेशा एक ही धर्म होता है, वह है आम जनता की सुरक्षा : मुख्यमंत्री

वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अपराध की प्रकृति में बदलाव आया है।स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतर्राज्यीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है।ऐसी स्थिति में महत्वपूर्ण है कि आधुनिक तकनीक के अनुरूप हम खुद में कितना परिवर्तन ला पाते हैं

Update: 2019-09-02 02:34 GMT

जालौन । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद जालौन में पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय भवन का उद्घाटन किया।



इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित पुलिस प्रशिक्षुओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और कहा कि एक सप्ताह के अन्दर प्रदेश को 02 नये पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय प्राप्त हुए हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। 




 



मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस की वर्दी का हमेशा एक ही धर्म होता है, वह है आम जनता की सुरक्षा। इसलिए पुलिस की वर्दी पहनने वाले सभी कर्मियों को अपनी वर्दी का पूरा सम्मान करना चाहिए। पुलिस को जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए न्यायोचित कार्य करने चाहिये।





 



मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा पुलिस बल का सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण किया जा रहा है और पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए पुलिस विभाग में अधिक से अधिक पदोन्नति भी की जा रही हैं।



मुख्यमंत्री  ने कहा कि पुलिस बल को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।




 



इससे प्रदेश की पुलिस कानून-व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कर सकेगी एवं सुरक्षा की चौकस व्यवस्था भी सुनिश्चित कर सकेगी।


प्रयागराज कुंभ-2019, 15वें प्रवासीय भारतीय दिवस एवं लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2019 को सफलतापूर्वक सम्पन्न किये जाने में पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़ी मेहनत की, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण के दृष्टिगत हर मण्डल में 'फोरेंसिक लैब' स्थापित की जाएंगी।व राज्य सरकार द्वारा ड्यूटी के दौरान शहीद होने पर पुलिसकर्मियों के आश्रितों को उनके सेवाकाल तक वेतन के बराबर पेंशन दी जाने की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि हमें पुलिस के उस चेहरे को बदलना है, जो अंग्रेजों से हमें विरासत में मिला है। आज पब्लिक फ्रेंडली पुलिस की आवश्यकता है। जिससे अपराधी, समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्व तो भय खाएं, लेकिन आमजन के मन में श्रद्धा एवं सम्मान का भाव जागृत हो।



वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अपराध की प्रकृति में बदलाव आया है।स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतर्राज्यीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है।ऐसी स्थिति में महत्वपूर्ण है कि आधुनिक तकनीक के अनुरूप हम खुद में कितना परिवर्तन ला पाते हैं ।


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