मुज़फ्फरनगर में बढ़ा ब्याज का बिजनेस. बिना लाइसेंस के सूदखोरों ने शहर में खोले अपने दफ्तर,

मुज़फ्फरनगर में बढ़ा ब्याज का बिजनेस बिना लाइसेंस के सूदखोरों ने शहर में खोले अपने दफ्तर,छुटभैय्ये नेताओ, स्वंय घोषित पत्रकार,तथाकथित समाजसेवी ओर गली के गुंडों के बल पर चल रही वसूलीएसएसपी अनंन्तदेव ने मुकदमा दर्ज कराकर दो सूदखोरों को महिला की शिकायत पर कोतवाली की हवालात दिखाई

Update: 2017-08-29 14:32 GMT
मुज़फ्फरनगर में बढ़ा ब्याज का बिजनेस
बिना लाइसेंस के सूदखोरों ने शहर में खोले अपने दफ्तर,
छुटभैय्ये नेताओ, स्वंय घोषित पत्रकार,तथाकथित समाजसेवी ओर गली के गुंडों के बल पर चल रही वसूली
एसएसपी अनंन्तदेव ने मुकदमा दर्ज कराकर दो सूदखोरों को महिला की शिकायत पर कोतवाली की हवालात दिखाई
गौरतलब है कि मुज़फ्फरनगर के पैसे वाले युवाओं ने ग्रुप बनाकर शहर के विभिन्न हिस्सों में फाइनेंस पर रुपये देने के दफ्तर खोले हुए है। इन आफिस में इन सूदखोरों ने गरीब बस्तियों में ब्याज पर रुपया देने के लिए इन्ही मोहल्ले के दबंग युवाओं को रख रखा है जिनका काम है गरीबी से , गंभीर बीमारी से ओर बेरोजगारी से जूझ रहे लोगों को पैसा लेकर अपना काम करने के झांसे में फंसाकर ऐसे मजबूर लोगो को इन दफ्तरों में ले जाकर 10 से लेकर 20 परसेंट तक के ब्याज पर या या सौ रुपये पर 9 रुपये प्रति माह की दर से कोरे कागज पर हस्ताक्षर या अंगूठा , ब्लेंक चेक पर दस्तख़त ओर उसके मकान की रजिस्ट्री अपने कब्जे में लेकर रूपया दे देते है। मजबूरी में फंसा गरीब तब तो पैसा ले लेता है लेकिन कुछ दिन बाद उसकी समझ मे आता है कि अब हम फंस गए है लेकिन तब तक देर हो चुकी होती हैअब गरीब फंस जाता है वो इतना भारी ब्याज चुका नही पाता है फिर शुरू होती है इन ब्याज खोरो की गुंडागर्दी। दरअसल यह ब्याज खोर अपने साथ गली मोहल्लों के छुटभय्ये नेता, तथाकथित पत्रकार, स्वंय घोषित पत्रकार को अपने साथ जोड़कर रखते है जिनका काम होता है पुलिस अफसरों में गरीब लोगों के खिलाफ लेनदेन की तहरीर देकर एप्लिकेशन थाना ओर चौकी तक पहुंचना। अब अफसर को पता तो होता नही कि पूरा मामला क्या है वो आवश्यक कार्यवाही लिख देते है फिर शुरू होता है इन लोगो का आतंक । यह लोग अपने साथ बीट के सिपाही ओर दरोगा को अपने साथ इसलिए जोड़ लेते है कि पुलिस के बड़े अफसरों के पास हम बैठते है यह काम करो नही तो तुम्हारी शिकायत कर देंगे अक्सर कई मौकों पर अफसरों के साथ दिखाई देने वाले इन लोगो के दबाव में पुलिस आ जाती है जैसे ही पुलिस इन ब्याजखोरो के सताये लोगो के घर पहुंचती है ऐसे ही इन सफेदपोश गुंडों का आतंक शुरू हो जाता है। घर मे घुसकर मारपीट, मकान दुकान पर कब्जा कर लिया जाता है और गरीब कुछ नही कर पाता। यह लोग इन गरीब की बहू बेटियों पर भी गंदी नजर रखते है अक्सर अपनी वसूली ऐसे समय मे करने जाते है जब घर मे केवल महिलाएं होती है।
एसएसपी से हुई शिकायत तो मिली हवालात
मुज़फ्फरनगर के एसएसपी अनंतदेव तिवारी अपराध कम करनी की अपनी कई योजनाओं पर काम कर रहे है लेकिन अब लगता है ब्याजखोर भी उनके निशाने पर है तभी तो कल जब वह अपने दफ्तर में बैठकर जन समस्या सुन रहे थे तभी फरजाना अपने पति हसीन ओर परिवार की महिलाओ के साथ उनके दफ्तर पहुंची और ब्याजखोरो के चंगुल में फंसे होने और उनके द्वारा मारपीट करने की बात बताई ओर बताया कि जो ब्लेंक चेक इन ब्याजखोरो ने हमसे लिए थे उन पर लाखों रुपये की रकम भरकर बैंक में लगा दिया है ब्याजखोरो की गुंडागर्दी पर कप्तान साहब नाराज हुए और इंस्पेक्टर कोतवाली को फोन पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया । कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू की इसी बीच बाहुबली लोगो के बलबूते ब्याज का काम करने वाले नामजाद दोनों जावेद ने फिर हसीन को रोककर धमकी दी कि तुम हमारा कुछ नही बिगाड़ पाओगे इसकी शिकायत हसीन ने तुरंत पुलिस से की तो पुलिस दोनों नामजद जावेद को कोतवाली ले आयी और हवालात में बंद कर दिया। इनके के पकड़े जाने की सूचना जैसे ही इनके आकाओं को हुई वह तुरंत कोतवाली पहुंच गए लेकिन कप्तान अनन्त देव का कड़ा आदेश के आगे उनकी सिफारिश हवा हो गयी अब जब दोनों को कानून की सख्ती के अहसास हुआ तो उनके पैरोकार हसीन पर दबाव बना रहे है कि असल से ज्यादा जो तुमने अब तक ब्याज दे दिया है हम वापस करा देंगे तुम फैसला कर लो।
एसएसपी के हक़ में दुआ के लिए उठेंगे हजारो हाथ
कप्तान अनंतदेव की इस कड़ी कार्यवाही से ब्याजखोरो में हड़कंप है तथा इस घटना का जिस भी पीड़ित गरीब को पता लग रहा है वो उनके हक में दुआएं कर रहे है। एक ब्याजखोर से पीड़ित व्यक्ति जिसकी पत्नी भी एक दबंग ब्याजखोर की मनमानी से बीमार हालात में थी वो सदमे से चल बसी । उसने इस खबर के मिलने के बाद कहा कि कोई न कोई गरीब के लिए फरिस्ता बनकर आता है अगर ब्याजखोरो पर लगाम लग गयी तो बहुत घर बर्बाद होने से बच जाएंगे

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