चीन में अंतरिक्ष उड़ान तकनीक का रियूज
चीन ने 5 सितम्बर को दोबारा इस्तेमाल की जाने वाली अंतरिक्ष यान तकनीकी के इस्तेमाल में पहली सफलता हासिल कर ली।
बीजिंग। चीन ने शुक्रवार 5 सितम्बर को दोबारा इस्तेमाल की जाने वाली अंतरिक्ष यान तकनीकी के इस्तेमाल में पहली सफलता हासिल कर ली। चीन ने यह बात नहीं बताई कि यह किस अभियान का हिस्सा है। यह अंतरिक्ष यान चीन के उत्तर पश्चिमी में स्थित जियूक्वुआन सेटेलाइट लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया गया। इस अंतरिक्ष यान को लॉन्ग मार्च-2एफ रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया है। यह जानकारी सरकारी समाचार एजेंसी शिंहुआ ने दी।
रिपोर्ट के अनुसार यह यान अपनी कक्षा में अभियान को पूरा कर चीन की धरती पर वापस लैंडिंग करेगा। इस यान के जरिये चीन अंतरिक्ष उड़ान की टेक्निक को दोबारा इस्तेमाल करने की क्षमताओं का परीक्षण कर रहा है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि चीन इस तकनीक का इस्तेमाल शांघ्ति से अंतरिक्ष में करेगा। जाहिर है कि इस तकनीक के साथ चीन अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है। हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने सोशल मीडिया पर जारी अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि इस मिशन को पूरी तरह गुप्त रखा गया है। प्रक्षेपण के दौरान मौजूद वैज्ञानिकों और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए थे कि वह न तो प्रक्षेपण का वीडियो बनाएंगे और न ही कोई तस्वीर लेंगे। इस बारे में कहीं भी किसी तरह की चर्चा से भी उन्हें रोका गया है