आईजीआरएस की शिकायतों का निस्तारण ना करना जिला पंचायत राज अधिकारी को महंगा पड़ा,निलम्बन की संस्तुति

आईजीआरएस पर शिकायतों के निस्तारण मे शिथिलता पर 21 अधिकारियों को चेतावनी पत्र प्रेषित

Update: 2019-08-22 02:37 GMT

मुजफ्फरनगर । जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने आज कलैक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओ मे शामिल आईजीआर एस पर शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर जिला पंचायत राज अधिकारी के विरूद्व निलम्बन की संस्तुति के साथ शासन को पत्र प्रेषित कर दिया है। उन्होने बताया कि पोर्टल पर 252 शिकायते जिला पंचायत राज अधिकारी की डिफाल्टर की श्रेणी में थी।





 



जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अतिरिक्त पूति निरीक्षक जानसठ, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मु0नगर, बीडीओ बघरा, बीडीओ पुरकाजी, खण्ड शिक्षा अधिकारी बुढाना, पीओ डूडा, खण्ड शिक्षा अधिकारी मु0नगर, पूर्ति निरीक्षक सदर, खण्ड विकास अधिकारी बुढाना, लीड बैंक मेनेजर, सहायक विकास अधिकारी बुढाना, तहसीलदार जानसठ, सहायक विकास अधिकारी जानसठ, खण्ड विकास अधिकारी जानसठ, उप जिलाधिकारी सदर, खण्ड शिक्षा अधिकारी बघरा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियन्त्रण अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी जानसठ, खण्ड शिक्षा अधिकारी खतौली सहित तहसीलदार खतौली के विरूद्व आईजी आर एस पर शिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण/शिकायतो के डिफाल्टर की श्रेणी मे आने पर चेतावनी पत्र जारी करते हुए निर्देश दिये कि स्थिति में सुधार न होने पर अुनशानात्मक कार्यवाही कर दी जायेगी। उन्होने कहा कि किसी भी स्तर पर शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता न बरती जाये।



इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, सभी एसडीएम व सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
     

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