आबकारी निरीक्षक अपने निर्धारित सम्बन्धित तहसीलों में बैठना सुनिश्चित करें -आबकारी मंत्री

Update: 2019-06-11 16:24 GMT

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अवैध मदिरा पर प्रभावी नियंत्रण के लिए समस्त जनपदों की प्रत्येक तहसीलों में आबकारी निरीक्षक लगाये गये है। यह बात प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज यहां आवास विकास परिषद में हो रही विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा जिन तहसीलों में आबकारी निरीक्षकों ने अभी बैठना प्रारम्भ नहीं किया है, वे तत्काल अपनी निर्धारित तहसीलों पर बैठना सुनिश्चित करते हुए अवैध मदिरा पर प्रभावी नियंत्रण रखें।

आबकारी मंत्री  जयप्रताप सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रवर्तन कार्य को और कारगर बनाया जाये तथा अवैध मदिरा के उत्पादन पर पूरी तरह से अंकुश लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अन्तर्राज्यीय तस्करी की रोकथाम पर विशेष जोर दिया जाये।

प्रमुख सचिव श्रीमती कल्पना अवस्थी ने कहा कि आबकारी विभाग के अन्तर्गत निर्धारित की गयी राजस्व प्राप्तियों की निर्धारित समय में प्राप्ति सुनिश्चित की जाए। आबकारी प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसीलिए इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी । प्रमुख सचिव श्रीमती कल्पना अवस्थी ने बैठक में बताया कि मई, 2019 में 2566.68 करोड़ रुपये की प्राप्तियां हुई। जबकि गतवर्ष इसी अवधि की 2213.26 करोड़ की प्राप्ति हुई। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष मई 2019 तक 5360.74 करोड़ रुपये अर्थात् 17.1 प्रतिशत राजस्व की वृद्धि हुई।

प्रवर्तन कार्य की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मई, 2019 तक कुल 8326 अभियोग पंजीकृत किये गये। जबकि गतवर्ष इसी अवधि में 5464 अभियोग पंजीकृत हुए थे। इस अवधि में 3.40 लाख लीटर अवैध मदिरा पकड़ी गयी। इसके साथ ही 71 वाहन पकड़े गये तथा 487 व्यक्तियों को जेल भेजा गया। श्रीमती कल्पना अवस्थी ने बताया कि वर्ष 2018-19 में मई 2019 तक 478.12 लाख कुंतल  शीरे का उत्पादन हुआ और 44.79 लाख कुंतल शीरे का निर्यात दूसरे राज्य में भी किया गया है।

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