कोरोना काल में सरकार ने दी बड़ी आर्थिक खुराक-राहतों का ऐलान
केंद्रीय वित्त मंत्री ने महामारी से प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह से जूझ रहे देश के उद्योग धंधों को राहत देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कई बड़े ऐलान किए। इसमें डेढ़ लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त क्रेडिट गारंटी योजना व स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 50 हजार करोड़ का ऐलान सबसे अहम है।
सोमवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित की गई में प्रेस कांफ्रेंस में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी के बीच पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि संकट का सामना कर रहे देश के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को वीजा शुल्क से राहत दी गई है। इसमें पहले पांच लाख पर्यटकों को भारत यात्रा करने पर वीजा शुल्क नहीं देना होगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने महामारी से प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज का ऐलान किया है। स्वास्थ्य क्षेत्र को 50 हजार करोड़ रुपये का डोज दिया गया है। 1.50 लाख करोड़ की अतिरिक्त क्रेडिट गारंटी योजना घोषित की गई है। गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत महामारी के दौरान कोई भूखा न रहे, इसलिए दिवाली यानी नवंबर तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज मिलता रहेगा। इस पर कुल दो लाख करोड़ तक का खर्च होगा। उन्होंने बताया कि सरकार इस बार के पैकेज में कोविड प्रभावित सेक्टरों के लिए क्रेडिट गारंटी योजना लेकर आई हैं, स्वास्थ्य सेक्टर के लिए 50,000 करोड़ आवंटित किया गया है।
वित्तमंत्री ने बताया कि क्रेडिट गारंटी योजना के माध्यम से 25 लाख लोगों को लाभ मिलेगा, इसके अंतर्गत 1.25 लाख रुपए तक का लोन मिल सकता है। 25 लाख छोटे कर्जदाताओं को इसका लाभ मिलेगा। लोन की अधिकतम समयावधि 3 साल की होगी। पर्यटन के क्षेत्र के लिए एक नई लोन गारंटी स्कीम लाई गई है, इसमें कार्यशील पूंजी की व्यवस्था की गई है। इस योजना के तहत क्षेत्रीय स्तर पर उपलब्ध 10,700 टूरिस्ट गाइडों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना को 31 मार्च 2022 तक के लिए बढ़ाया गया है।