सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने की सीएए, एनआरसी और पीएनआर की मुखालफत
सुप्रीम कोर्ट से जंतर-मंतर तक निकाला वकीलों ने प्रोटेस्ट मार्च
नई दिल्ली। सीएए को वापस लेने तथा एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ देश की सुप्रीम अदालत में देशवासियों को इंसाफ दिलाने वाले वकील सड़कों पर उतर आए। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, दिल्ली बार एसोसिएशन और ऑल इंडिया लॉयर यूनियन के हजारों वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के सामने इकठ्ठा होकर सीएए वापस लेने और एनआरसी तथा एनपीआर का खुलकर मुखालफत करते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया।
वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से जंतर-मंतर तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला। डेमोक्रेसी बचाने और कानून के मुखालफत में हाथों में बैनर लिए वकीलों ने जमकर नारेबाजी भी की। कानून को असंवैधानिक बताते हुए इसे रिपील करने और एनआरसी तथा एनपीआर के खिलाफ वकीलों ने नारे लगाए।
देश के संविधान की रक्षा, डेमोक्रेसी में सभी धर्मों के अधिकार और उनकी रक्षा, भेदभाव के खिलाफ, पुलिस द्वारा आमजन और छात्रों के खिलाफ की गई कार्यवाही , पर रोष जताया गया। वकीलों ने आमजन से अपील की कि संविधान और डेमोक्रेसी बचाने के लिए सभी एकजुट होकर मुखालफत करें।
इस प्रोटेस्ट मार्च में पूर्व विधि मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी कुमार, सीनियर काउंसिल सलमान खुर्शीद, वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगडे, राजू रामाचंद्रन आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।
प्रोटेस्ट मार्च की अगुवाई ऑल इंडिया लॉयर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी पीवी सुरेंद्र नाथ, सोमदत्त शर्मा, कन्वीनर लॉयरफार डेमोक्रेसी अनिल कुमार चौहान सुनील कुमार एंडी पचोली, जेबी सिंह, दीपक झाकर शेख इमरान, हरीश मेहरा ,अमित श्रीवास्तव तथा दूरदराज जिलों के वकीलों ने भी प्रोटेस्ट मार्च में शामिल होकर सीएए वापस लेने तथा एनआरसी ,एनपीआर की मुखालफत की।