विश्व संगीत दिवस 21 जून पर विशेषः फ्रांस का हर दूसरा व्यक्ति संगीत से जुड़ा है

फ्रांस में यह संगीतोत्सव न सिर्फ एक 21 जून को मनाया जाता है बल्कि कई शहरों में तो एक महीने दिन पहले तक से शुरू हो जाता है। फ्रांस में तो 21 जून को घर में कोई नहीं टिकता, हर फ्रांसीसी सड़क पर उतर आता है और हर कोई कुछ न कुछ गाने, कोई न कोई वाद्य बजाने, थिरकने या सिर्फ सुनने के लिए बाहर निकल पड़ता है। बच्चे, बूढ़े यहां तक कि अपाहिज और बीमार लोग तक अपना लोभ संवरण नहीं कर पाते। फ्रांस का हर दूसरा व्यक्ति संगीत से किसी न किसी रूप में जुड़ा हुआ है, चाहे वह गाता हो या कोई वाद्य बजाता हो, संगीत चाहे शास्त्रीय हो या सुगम, देशी हो या विदेशी।

Update: 2019-06-21 13:15 GMT

आज विश्व योग दिवस ही नहीं, बल्कि विश्व संगीत दिवस भी है। 21 जून को विश्व संगीत दिवस की शुरुआत सन 1982 में फ्रांस में हुई थी, जिसका श्रेय वहां के तात्कालिक सांस्कृतिक मंत्री जैक लो को जाता है। फ्रांसीसियों की संगीत के प्रति दिवानगी की हद को देखते हुए 21 जून 1982 को आधिकारिक रूप से संगीत-दिवस की घोषणा हुई थी। अब धीरे-धीरे यह समूचे विश्व में मनाया जाने लगा है। फ्रांस में यह संगीतोत्सव न सिर्फ एक 21 जून को मनाया जाता है बल्कि कई शहरों में तो एक महीने दिन पहले तक से शुरू हो जाता है। फ्रांस में तो 21 जून को घर में कोई नहीं टिकता, हर फ्रांसीसी सड़क पर उतर आता है और हर कोई कुछ न कुछ गाने, कोई न कोई वाद्य बजाने, थिरकने या सिर्फ सुनने के लिए बाहर निकल पड़ता है। बच्चे, बूढ़े यहां तक कि अपाहिज और बीमार लोग तक अपना लोभ संवरण नहीं कर पाते। फ्रांस का हर दूसरा व्यक्ति संगीत से किसी न किसी रूप में जुड़ा हुआ है, चाहे वह गाता हो या कोई वाद्य बजाता हो, संगीत चाहे शास्त्रीय हो या सुगम, देशी हो या विदेशी।

इस दिन सारे कार्यक्रम मुफ्त में, जी हां मुफ्त में सभी के खुले होते हैं। बड़े से बड़ा कलाकार भी इस दिन बगैर पैसे लिए प्रदर्शन करता है। जूनून इस कदर तारी होता है कि जब सड़कों पर पांव धरने की जगह नहीं बचती तो लोग अपने-अपने घरों की छतों तक पर संगीत-प्रदर्शन शुरू कर देते हैं। यह दिन सिर्फ और सिर्फ संगीत को समर्पित होता है। इस दिन सार्वजानिक अवकाश होता है। इस दिन फ्रांसीसी सिर्फ स्वान्तः-सुख के लिए गाते-बजाते हैं।

मानव पर यह संगीत का बढता प्रभाव ही है कि 21 जून संगीत दिवस के रूप में भी मनाया जाने लगा है। संगीत का सेहत पर पडने वाले साकारात्मक पहलू को ही अब संगीत थैरेपी का नाम दे दिया गया है। फ्रांस में पहली बार 21 जून 1982 में प्रथम विश्व संगीत दिवस मनाया गया था। इससे पहले अमेरिका के एक संगीतकार योएल कोहेन ने साल 1976 में इस दिवस को मनाने की बात की थी।

विश्व संगीत दिवस जर्मनी, इटली, मिस्र, सीरिया, मोरक्को, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, कांगो, कैमरून, मॉरीशस, फिजी, कोलम्बिया, चिली, नेपाल, और जापान आदि कुल 110 देशों में ही मनाया जाता है। हम सब आज 21 जून को योगा डे के साथ-साथ वल्र्ड म्यूजिक डे भी सेलिब्रेट कर रहेे हैं।

जानकारों की मानें तो संगीतज्ञ सारंग देव ने संगीत के सात सुरों को शरीर के सात अंगों से जोड़ा और इसके मुताबिक संगीत तैयार करने की कोशिश की। जिसमें उन्हें काफी सफलता भी मिली। म्यूजिक थेरेपी से इलाज के लिए ऐसे संगीत का इस्तेमाल किया जाता है।

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