मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने आज राष्ट्रीय बाल भवन संस्था का औचक निरीक्षण किया।

राष्ट्रीय बाल भवन बच्चों के कौशल को विकसित करने, कला और शिल्प, संगीत, नृत्य, विज्ञान, संग्रहालय तकनीक, शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में उनकी रचनात्मक क्षमताओं का विस्तार करने के लिए मनोरंजक गतिविधियों का संचालन कर रहा है।

Update: 2019-06-20 15:35 GMT

नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने आज दिल्ली स्थित राष्ट्रीय बाल भवन संस्था का औचक निरीक्षण किया।राष्ट्रीय बाल भवन बच्चों के कौशल को विकसित करने, कला और शिल्प, संगीत, नृत्य, विज्ञान, संग्रहालय तकनीक, शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में उनकी रचनात्मक क्षमताओं का विस्तार करने के लिए मनोरंजक गतिविधियों का संचालन कर रहा है।

मानव संसाधन विकास मंत्री ने माननीय प्रधानमंत्री के अभिनव शिक्षण कार्यक्रम के अनुसार स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग को राष्ट्रीय बाल भवन में 'प्रतिभाशाली बच्चों के लिए केंद्र' स्थापित करने के लिए कहा।इस केंद्र का उद्देश्य बच्चों को कला, गायन, संगीत, नृत्य, आदि के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के नामचीन कलाकारों के साथ अनुभव साझा करने के लिए विभिन्न अवसरों और एक साझा मंच प्रदान कर के बच्चों की रचनात्मक क्षमता को बढ़ाना होगा। बच्चों की कलात्मक प्रतिभा का पोषण करने के लिए उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भारतीय वायुसेना की मदद से 'भारतीय वायु सेना प्रचार पैविलियन 'विकसित करने की योजना पर भी चर्चा की।उन्होंने एनबीबी के उन सभी एलुमनाई (Alumnae) का डेटाबेस तैयार करने का भी निर्देश दिया जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।ये एलुमनाई एनबीबी में बच्चों का मार्गदर्शन करने और उन्हें प्रेरित करने में सहयोगी होंगी।उन्होंने राष्ट्रीय बाल भवन में अवसंरचना और सुविधाओं के उन्नयन के लिए एक योजना बनाने और उसका बेहतर उपयोग करने पर जोर दिया, और 'विशेष जरूरतों वाले बच्चे' (दिव्याँग)के लिए भी एक प्रस्ताव बनाने को कहा।

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