बोले यशवीर महाराज-कांवड़ बना रहे मुस्लिमों के खिलाफ फतवा क्यों नहीं?

मुजफ्फरनगर। श्रावण मास की शुरुआत के साथ की आरंभ हो चुकी श्रावण मास की कांवड़ यात्रा- 2025 को लेकर यशवीर आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज की ओर से जारी किए गए बड़े बयान में कहा गया है कि हरिद्वार में कांवड़ बना रहे मुसलमानों के खिलाफ दारुल उलूम देवबंद क्यों नहीं फतवा जारी करता है?
जनपद मुजफ्फरनगर के योग साधना आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज ने आरंभ हो चुकी श्रावण मास की कांवड़ यात्रा- 2025 को लेकर जारी किए गए बयान में दारुल उलूम देवबंद से पूछा है कि वह उत्तराखंड के हरिद्वार में हिंदुओं के लिए पवित्र कहीं जाने वाली कावड़ बना रहे मुसलमान के खिलाफ क्यों नहीं फतवा जारी करता है?
यशवीर महाराज ने दारुल उलूम देवबंद के फतवा विभाग से पूछा है कि जब इस्लाम मजहब में मूर्ति पूजा करना, मूर्ति पूजा का सामान बेचना, मूर्ति पूजा का प्रसाद बेचना नाजायज है तो कांवड़ बनाना भी तो हमारी मूर्ति पूजा का ही एक महत्वपूर्ण अंग है।इसलिए हरिद्वार में कांवड़ बनाकर बेच रहे मुसलमानों को यह अधिकार किसने दिया है? फतवा विभाग को बताना चाहिए कि यह अधिकार क्या दारुल उलूम ने दिया है और यदि नहीं दिया है तो वह कांवड़ बनाकर इस्लाम के खिलाफ नाजायज काम क्यों कर रहे हैं? उन्होंने पूछा है कि कांवड़ बना रहे लोगों को अभी तक इस्लाम से क्यों नहीं खारिज किया गया है?