वसूली कांड-कोर्ट से सजा के बाद SP की कार्यवाही-2 की नौकरी खत्म
बलरामपुर। नेपाल सीमा पर हुए अवैध वसूली कांड में दोषी पाए जाने के बाद अदालत की ओर से दी गई सजा के उपरांत एक्शन में आए पुलिस अधीक्षक ने दो सिपाहियों की नौकरी खत्म कर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया है। कोर्ट से सजा के बाद एसपी ने यह कार्यवाही करते हुए अन्य स्टाफ को भी अब चेताया है।
बलरामपुर जनपद में नेपाल सीमा से सटे जरवा थाने में 2 साल पहले उजागर हुए बहुचर्चित अवैध वसूली कांड में पुलिस अधीक्षक की ओर से एक्शन में आते हुए बड़ी कार्रवाई की गई है।
वसूली कांड में दोषी पाए गए दो सिपाहियों को पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शनिवार की देर रात नौकरी से बाहर करते हुए दोनों को सेवाओं से बर्खास्त कर दिया है।
विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम गोरखपुर की अदालत ने वर्ष 2025 की 21 जनवरी को वसूली कांड में फंसे दोनों सिपाहियों को दोषी ठहराते हुए उन्हें सजा सुनाई थी।
पुलिस अधीक्षक ने इसी सजा के आधार पर शनिवार की देर रात उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी दंड एवं अपील नियमावली के अंतर्गत दोनों पुलिस कर्मियों की सेवाएं समाप्त करते हुए उन्हें विभाग से बर्खास्त कर दिया है।
बर्खास्तगी की कार्यवाही करने वाले पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने कहा है कि पुलिस सेवा में रहते हुए भ्रष्टाचार अत्यंत गंभीर अपराध है और जनता का विश्वास तोड़ने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए पुलिस विभाग में कोई स्थान नहीं है।
उन्होंने अन्य पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि आगे भी भ्रष्टाचार पद के दुरुपयोग एवं अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर किसी भी पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ इसी प्रकार के कठोर कदम उठाए जाएंगे।


