डॉन के खौफ का अंत- उम्रकैद सुनते ही बेहोश हुआ माफिया- जूते की माला..

डॉन के खौफ का अंत- उम्रकैद सुनते ही बेहोश हुआ माफिया- जूते की माला..

प्रयागराज। तकरीबन चार दशकों से प्रयागराज इलाके में अपना परचम लहराते हुए खून की होली खेलने और कोहराम मचाने वाले अतीक और उसके भाई अशरफ के आतंक का अंत हो गया है। उमेश पाल किडनैपिंग केस में उम्र कैद की सजा सुनाए जाते ही माफिया डॉन बेहोश हो गया। इससे पहले दोषी ठहराए जाते समय अतीक अपने माफिया भाई अशरफ के साथ गले मिलकर रोने लगा था। उधर एक वकील दोषमुक्त करार दिए जाने के बाद बाहर निकल रहे अशरफ के गले में जूते चप्पल की माला डालने के लिए पहुंच गया।

मंगलवार को माफिया डॉन अतीक अहमद को मौत का खौफ होता हुआ दिखाई दिया है। पिछले तकरीबन चार दशक से प्रयागराज इलाके में अपनी सल्तनत चलाने वाले माफिया डॉन अतीक अहमद को जिस समय एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा उमेश पाल अपहरण मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई तो सजा का ऐलान सुनते ही माफिया डॉन बेहोश हो गया। अदालत में मौजूद वकीलों एवं अन्य लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे संभाला और उसके मुंह पर पानी के छींटे मारकर होश में लाया गया।

उधर एमपी एमएलए कोर्ट द्वारा दोषमुक्त करार दिया गया माफिया डॉन अतीक अहमद का भाई अशरफ जब अदालत से बाहर निकलकर कचहरी परिसर में पहुंचा तो वकीलों द्वारा आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग उठाई गई। इसी बीच एक अधिवक्ता जूते चप्पल की माला लेकर अशरफ की तरफ उसके गले में डालने के लिए बढा तो बड़ी मुश्किल से अशरफ ने जूते चप्पल की माला से अपना पीछा छुड़ाया।

उधर इस फैसले के बाद उमेश पाल की मां, पत्नी और विधायक राजू पाल की पत्नी तथा अन्य पीड़ितों ने अशरफ को दोषमुक्त करार दिए जाने पर हैरानी जताई है। उमेश पाल की मां और पत्नी ने कहा है कि उन्हें गुनहगारों के खिलाफ फांसी की सजा चाहिए। दोनों ने आशंका जताई है कि यदि उमेश पाल को पहले किडनैप करने फिर कत्ल कर देने वाले जिंदा रहे तो अगला नंबर उन्हीं का हो सकता है।

epmty
epmty
Top