देवर की शादी की मन्नत हुई पूरी तो भाभी का कांवड़ लाने का सिलसिला शुरू

मेरठ। मांगी गई मन्नत के 15 दिन के भीतर पूरा होते ही भाभी ने देवर की शादी के बाद कांवड़ लाने का सिलसिला जो शुरू किया वह अभी तक बादस्तूर चल रहा है। अनवरत रूप से जारी भाभी की इस कांवड़ यात्रा में अब उसकी बेटी और पोता भी शामिल हो गये है।
जनपद मुजफ्फरनगर के दिल्ली- देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य कांवड़ यात्रा मार्गों पर इस समय कांवड़ यात्रियों की भारी भीड़ चल रही है। रात दिन अनवरत रूप से चलने वाली इस यात्रा में जहां रंग बिरंगी और आकर्षक कांवड़ दिखाई दे रही है, वहीं लोगों की श्रद्धा और कांवड़ यात्रा से जुड़े उनके संस्मरण भी सामने आ रहे हैं।
राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर के जैन कॉलोनी की रहने वाली रेनू जो हरिद्वार से हर की पैड़ी से अपने पोते और बेटी के साथ कांवड़ लेकर आ रही है, उसने 25 साल पहले अपने देवर की शादी के लिए मन्नत मांगी थी।
रेनू ने कहा था कि अगर उसके देवर की शादी हो जाएगी तो वह भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़ लेकर आएगी। रेनू के मुताबिक मन्नत मांगते ही 15 दिन के भीतर उसके देवर की शादी हो गई।
इसके बाद रेनू ने जो हरिद्वार से कांवड़ उठाई उसका सिलसिला अभी तक जारी है। रेणुका कहना है कि जब तक वह जीवित है उस समय तक भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन होकर कांवड़ लाती रहेगी।
कांवड़ यात्रा में अब रेनू अकेली नहीं रही है बल्कि अब उसके साथ उनकी बेटी और 8 साल का पोता अनुज भी कांवड़ लेकर आने लगा है।
रेनू की बेटी ने भी अपनी लव मैरिज की मन्नत मांगी थी, जिसके पूरी होने के बाद से वह भी अपनी मां के साथ कावड़ लेने आती है।