बैठक में जब खुलने लगी पोल तो डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने बंद कराया कैमरा

बैठक में जब खुलने लगी पोल तो डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने बंद कराया कैमरा

छिंदवाड़ा। कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे मध्य प्रदेश के डिप्टी चीफ मिनिस्टर एवं स्वास्थ्य मंत्री के सामने जब दवाइयां की टेस्टिंग को लेकर खामियां गिनाई जाने लगी तो उन्होंने सरकार की किरकिरी होने से बचाने के लिए मीडिया कर्मी का कैमरा बंद कराने को कहा।

बुधवार को मध्य प्रदेश के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला कलेक्ट्रेट के सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों को साथ लेकर स्वास्थ्य विभाग के कामकाज को लेकर बैठक कर रहे थे।

बताया जा रहा है कि बैठक में मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर जब राज्य में दवाइयों की टेस्टिंग को लेकर खामियां गिनाने लगे तो स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत अपने स्टाफ से मीडिया कर्मियों के कैमरे बंद कराने को कहा।


ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि हमारी लैब को अपडेशन की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने पूछा कि कहा की यहां की अथवा भोपाल की? ड्रग इंस्पेक्टर ने तुरंत कहा सर भोपाल की, क्योंकि वहां पर माइक्रो लेवल पर टेस्टिंग नहीं हो पाती है और जांच में भी लंबा समय लगता है।

इसी दौरान राज्य के डिप्टी चीफ मिनिस्टर और स्वास्थ्य मंत्री को याद आया कि यहां पर मीडिया कर्मी भी मौजूद है और सब कुछ उनके कैमरे के भीतर कैद हो रहा है।

राज्य सरकार की किरकिरी होने से बचाने के लिए डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने अपने स्टाफ की तरफ इशारा करते हुए तुरंत मीडिया कर्मियों के कैमरे बंद करने को कहा।

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