गूगल मैप की वजह से नदी में बही वैन- तीन की मौत- 5 ने गाड़ी पर चढ़कर..

चित्तौड़गढ़। गूगल मैप के सहारे गाड़ी में सवार होकर जा रहे परिवार की जान बुरी तरह से संकट में फंस गई। गूगल मैप की वजह से बंद पुलिया पर पहुंची कार नदी में पानी के तेज बहाव में बह गई। इस दौरान तीन लोगों की तो मौत हो गई, जबकि पांच लोगों ने किसी तरह गाड़ी पर चढ़कर अपनी जान बचाई। लापता महिला की पानी में तलाश की जा रही है।
चित्तौड़गढ़ के कपासन में राशमी थाना क्षेत्र के सोमी-उपेरडा मार्ग पर हुए एक बड़े हादसे के अंतर्गत भूपाल सागर थाना क्षेत्र के कान्हा खेड़ा के रहने वाले एक ही परिवार के नौ लोग वैन में सवार होकर सवाई भोज मंदिर में दर्शन के लिए गए थे।
देर रात मंदिर से लौटते समय रास्ता नया होने की वजह से वैन चला रहे ड्राइवर मदनलाल ने गूगल मैप की सहायता लेते हुए उसे लोकेशन पर लगाकर अपनी मंजिल की तरफ बढ़ना शुरू कर रखा था।

मंगलवार को आधी रात के बाद गूगल मैप के सहारे मंजिल की तरफ तेजी से दौड़ रही वैन को लेकर गूगल मेप सोमी गांव में लेकर पहुंच गया। वहां पहुंचते ही गांव वालों ने बताया कि आगे पुलिया क्षतिग्रस्त हैं और बनास नदी में पानी का बहाव भी बहुत ज्यादा है, लेकिन ड्राइवर ने उनकी बात को अनसुना कर गूगल मैप द्वारा बताए जा रहे रास्ते पर चलना जारी रखा।
गूगल मैप की लोकेशन गाड़ी को बनास नदी की 3 साल से बंद पुलिया पर ले गई, जहां पानी का बहाव तेज होने की वजह से ड्राइवर ने जल्दबाजी दिखाते हुए वैन को वहां से निकलने की कोशिश की। लेकिन वह पानी में बह गई।
तकरीबन 300 मीटर दूर तक पानी में बही वैन का ड्राइवर मदन लाल गाड़ी के शीशे तोड़कर उसकी छत पर चढ़ गया, इसके बाद एक-एक करके उसने पांच लोगों को छत पर खींच लिया। लेकिन इसी बीच गाड़ी बहकर नदी के गहराई वाले हिस्से में पहुंच गई।
गाड़ी में दो महिलाएं और दो बच्ची थी। मदनलाल ने फोन कर प्रशासन से मदद मांगी, लेकिन अंधेरा होने की वजह से एनडीआरएफ द्वारा रात में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया जा सका।
बुधवार की सवेरे एनडीआरएफ ने चार साल की बच्ची खुशी पुत्री मदन की डेड बॉडी को बाहर निकाला, इसके बाद 21 वर्षीय चंदा पत्नी हेमराज और 25 वर्षीय ममता पत्नी मदन की डेड बॉडी भी टीम के हाथ लग गई।
इस हादसे में लापता हेमराज की बेटी की अभी तलाश जारी है।