विधानसभा में हंगामा- सदन करना पड़ा स्थगित- आरोपों की बौछार

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सरकार की ओर से बाढ़ के मुद्दे को लेकर बुलाएं गए विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे और अंतिम दिन बाढ़ पर हो रही चर्चा के दौरान हंगामा खड़ा हो गया। जब शोर शराबा चलता रहा तो विधानसभा अध्यक्ष को सदन स्थगित करने का ऐलान करना पड़ा।
सोमवार को पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से राज्य में आई बाढ़ के मुद्दे को लेकर बुलाएं गए विधानसभा के स्पेशल सेशन के दूसरे और अंतिम दिन जिस समय बाढ़ पर चर्चा हो रही थी तो इस दौरान मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ के दौरान हमारे मंत्री काम करते रहे, मगर जब कोरोना आया था तो कांग्रेस के मंत्री ने अपने घर के बाहर लिखकर लगा दिया था कि मंत्री साहब पब्लिक के साथ बैठक नहीं करेंगे।
इस दौरान सदन में डेरा बाबा नानक से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरदास रंधावा और कांग्रेस विधायक अरुणा चौधरी सक्के के नाले को लेकर आमने-सामने हो गए।

गुरदास रंधावा ने कहा कि कांग्रेस विधायक ने कभी भी नाले की बात नहीं उठाई, इस पर अरुणा चौधरी ने कहा कि विधानसभा की कमेटी बना लो और उसकी जांच से दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। इस दौरान जब आरोपों की बौछार होने लगी तो सदन में हंगामा मच गया। मामला सुलझता हुआ नहीं देखकर आगे आए स्पीकर ने सदन स्थगित करने का ऐलान कर दिया।