रावण कुंभकरण मेघनाथ के पुतलों पर टूटा आंधी का कहर

हापुड। भयंकर गर्मी के बाद आई जोरदार आंधी ने दशहरा उत्सव के लिए तैयार कर खड़े किए गए रावण परिवार को जमीन पर गिरा दिया। रामलीला कमेटी ने क्रेन की सहायता से जमीन पर गिरे पुतलों को दोबारा से खड़ा करने का काम शुरू कराया है।
मंगलवार को सवेरे के समय वातावरण में भयंकर गर्मी हो गई, जिससे लोगों को अपना दम शरीर से बाहर निकलता हुआ दिखाई दिया। इसी दौरान आसमान में काली घटा छाई और तेज हवाएं चलने लगी।
बारिश के मौसम के बीच चली तेज हवाओं ने दशहरा उत्सव के लिए तैयार कर खड़े किए गए रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को अपनी चपेट में ले लिया। भगवान श्री राम के हाथों मरने से पहले ही रावण और उसके परिवार के लोगों के पुतले जमीन पर गिर गए।
हवा थमने के बाद रामलीला समिति ने तुरंत सक्रिय होते हुए क्रेन की सहायता से हवा में जमीन पर गिरे पुतलों को दोबारा से खड़ा करने का काम शुरू करा दिया।