कानून- व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब-विधायक का आवास भी सुरक्षित नहीं...

भीलवाड़ा, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार को रेत माफिया, कानून- व्यवस्था, भ्रष्टाचार, बिजली और किसानों के मुद्दे पर कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि राज्य में कानून- व्यवस्था बिगड़ इतनी बिगड़ चुकी है कि विधायक का आवास भी सुरक्षित नहीं है।
गहलोत ने सोमवार को राजस्थान में भीलवाड़ा में पत्रकारों से कहा कि विधायक के आवास पर लगातार तीन बार चोरी हो चुकी है और कोई सुनने वाला नहीं है। पुलिस और जनता दोनों असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अवैध बजरी माफियाओं की ऊपर से नीचे तक सांठगांठ है। बजरी माफिया के हौंसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस तक पर हमले हो रहे हैं। हाल ही में कपासन में जिस युवक पर हमला हुआ था, उसके पीछे भी भीलवाड़ा के बजरी माफिया बताये जा रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि मौजूदा सरकार को अभी डेढ़ वर्ष ही हुआ है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जमकर काम करना चाहिए। विपक्ष जो कहता है, उसमें विश्वास होता है और सरकार को चाहिए कि वह उन बातों पर ध्यान दे। भाजपा की डबल इंजन सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इनके पास जनता से मिलने का समय नहीं है। एक साथ कई योजनाओं का उद्घाटन कर देते हैं, लेकिन हकीकत में विकास कार्य ठप पड़े हैं। ठेकेदारों और विभागों को भुगतान तक नहीं किया जा रहा है, जिससे काम रुक गये हैं।
गहलोत ने बिजली नीति पर भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी सरकार में 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाती थी, लेकिन भाजपा ने नये रजिस्ट्रेशन करना बंद कर दिये। यह जनता के साथ भेदभाव है और नये कनेक्शन तक नहीं दिये जा रहे। उन्होंने कहा कि यह सरकार सिर्फ वायदे करती है, लेकिन लोगों को राहत नहीं देती।
भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग गौ भक्त बनने का नाटक करते हैं, लेकिन असली सेवा कांग्रेस करती है। कांग्रेस सरकार ने ही गौशालाओं को अनुदान दिया था, जबकि अब भाजपा सरकार में यह अनुदान तक पूरा नहीं मिल रहा। उन्होंने भीलवाड़ा में हुई मौत और हमलों पर ठोस कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसे मामलों में सरकार को जवाबदेह होना चाहिए।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के मुद्दे पर श्री गहलोत ने कहा कि शुरुआत में वायदा किया गया था कि केवल एक स्लैब होगा, लेकिन भाजपा ने कई स्लैब बना दिये।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर पूछे गये सवाल पर श्री गहलोत ने कहा कि वह अनुभवी नेता हैं और अगर वह सत्ता में होतीं तो राजनीति करने का मजा और आता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा कि गांधी जब बोलते हैं, तो दुनिया सुनती है।
गहलोत ने भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार की सरकार बताया और कहा कि विभागों में भुगतान बंद है, ठेकेदार परेशान हैं और विकास कार्य रुक गये हैं। दूसरी ओर विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं। अखबारों के पन्ने विज्ञापनों से भरे हुए हैं, लेकिन जनता को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा।
आखिर में उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को चेतावनी देते हुए कहा कहा कि उन्हें सतर्क रहना चाहिए और खुफिया व्यवस्था को मजबूत करना चाहिए। हर 15 दिन में रिपोर्ट लेकर यह समझना चाहिए कि विपक्ष जो मुद्दे उठा रहा है, उनमें दम है या नहीं। जिलों में जनता की सुनवाई नहीं हो रही और माफिया का राज चल रहा है। अगर यही हाल रहा तो जनता जवाब देगी।