25 दिन में ही धडाम हुई सरकार- समर्थक विपक्ष में खड़े मिले

काठमांडू। मधेश प्रांत की सरकार गठन के 25 दिन बाद की धडाम से गिर गई है, विश्वास मत से पहले ही समर्थकों के विपक्ष के साथ चले जाने पर बहुमत की स्थिति नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और त्यागपत्र देने का ऐलान किया है।
नेपाल के मधेश प्रांत में नेपाली कांग्रेस एवं नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी को दरकिनार करते हुए गठित की गई जितेंद्र सोनल सरकार का पतन हो गया है। मुख्यमंत्री को अपनी सरकार का शनिवार को विश्वास मत हासिल करना था।
सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री जितेंद्र सोनल को 25 दिन पहले जिन सदस्यों का समर्थन मिला था, वह विश्वास मत पर मतदान होने से पहले ही विपक्षी खेमे के साथ चले गए, जिससे यह पूरी तरह से साफ हो गया कि मुख्यमंत्री सदन में अपनी सरकार का विश्वास मत हासिल नहीं कर पाएंगे।
बहुमत नहीं होने की वजह से जितेंद्र सोनल ने मतदान प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही पद छोड़ने का फैसला लेते हुए प्रदेश सभा की बैठक में त्यागपत्र देने का ऐलान कर दिया। नेपाल के मधेश प्रांत की प्रदेश मुखिया सुमित्रा देवी भंडारी ने मुख्यमंत्री जितेंद्र प्रसाद सोनल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।


