शादी की ललक-बाढ भी नहीं डिगा पाई हौसला-नाव से लेकर पहुंचा बारात

बलिया। सगाई के बाद से ही शादी की तारीख का इंतजार कर रहे दूल्हे को बाढ़ भी दुल्हन लाने से नहीं रोक पाई है बाढ़ के बावजूद दूल्हा नाव से बारात लेकर दुल्हन को लाने को पहुंचा है।
बलिया में दूल्हा बिहार से नाव में सवार होकर अपनी बारात लेकर पहुंचा है। शादी की तारीख पहले से ही निर्धारित थी। इलाके में लगातार हो रही भारी बारिश से नदियों के साथ जगह-जगह हुए जल भराव और बाढ़ आने के बावजूद शादी की ललक सगाई के बाद से लिए बैठे दूल्हे ने अपनी शादी को नहीं टाला और निर्धारित तिथि पर बारात के साथ नाव में सवार होकर दुल्हन लाने के लिए बलिया पहुंच गया है।
इलाके में बाढ़ के बावजूद जब दूल्हे राजा बारात लेकर निकले तो सभी लोग आश्चर्य चकित होते हुए देखते रह गए। बैंड बाजे के बगैर सादगी के साथ दूल्हा नाव से गंगा किनारे उतरा।

गांव वालों ने पहली बार देखे अद्भुत नजारे में देखा कि गंगौली गांव के पास तटबंध के नीचे से एक सजी-धजी नाव पर बारात निकल रही थी, दूल्हे राजा साफा पहने पारंपरिक पोशाक में नाव पर बैठे हुए थे और उसके साथ बारातियों में भी पूरा जोश था। नाव पर कोई डीजे नहीं था और ना ही कोई बैंड बाजा, लेकिन गंगा की लहरों की थपकी और नाविकों की ताल ने माहौल को खास बना दिया।