धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आए परिवार के सात लोगों ने किया सुसाइड

पंचकूला। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आए परिवार के सात लोगों ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया है। जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे लोगों ने जिंदा मिले एक व्यक्ति को तुरंत अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।
मंगलवार को मिल रहे घटनाक्रम के मुताबिक उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का रहने वाला टूर एंड ट्रेवल्स कारोबारी प्रवीण मित्तल अपने परिवार के साथ हरियाणा के पंचकूला में आयोजित बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में शामिल होने के लिए गाड़ी में सवार होकर पहुंचा था।
सोमवार की रात सेक्टर 27 में मकान नंबर 1204 में रहने वाले हर्ष के मकान के सामने खड़ी अपनी कार में कारोबारी और उसकी पत्नी, बुजुर्ग माता-पिता तथा तीन बच्चों ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया।
इस मामले का उस समय पता चला जब हर्ष ने अपने घर के बाहर खड़ी हुंडई गाड़ी के पास जाकर देखा तो उसमें कई लोग बैठे हुए थे। जिन्होंने हर्ष को बुला लिया।
हर्ष के मुताबिक कार में एक व्यक्ति उस समय जिंदा था, जबकि बाकी सभी बेसुध थे, जिंदा मिले व्यक्ति ने खुद को प्रवीण मित्तल बताते हुए कहा कि वह सेक्टर 5 में धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आए थे। उन्हें होटल नहीं मिला, इसलिए गाड़ी में सो गए।
बाद में शक होने पर हर्ष ने जब गाड़ी की छानबीन की तो अंदर बैठे सभी व्यक्तियों ने उल्टी की हुई थी, ड्राइवर सीट पर केवल प्रवीण मित्तल जिंदा था। अन्य लोगों को बुलाकर प्रवीण को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये है। गाड़ी के भीतर से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है।
जिसमें प्रवीण मित्तल ने लिखा है कि कुछ समय पहले मैंने टूर एंड ट्रेवल्स का कारोबार शुरू किया था, जिसमें उन्हें घाटा हो गया, मैं बैंक से करप्ट हो चुका हूं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।