पाकिस्तानी बच्चों को वापस भेजने बॉर्डर पहुंची मेरठ की सना

मेरठ। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी लोगों से शादी करके भारत में रह रही महिलाओं पर इस समय सबसे बुरी गुजर रही है। केंद्र सरकार की ओर से पाक से आए लोगों को वापस भेजने के आदेशों की वजह से मेरठ की सना को अपने पाकिस्तानी बच्चों को उनके देश वापस भेजने को मजबूर होना पड़ा है।
सोमवार को जनपद मेरठ के कस्बा सरधना के मोहल्ला घोसियान की रहने वाली सना पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान से लोगों को डिपोर्ट करने के आदेशों के अंतर्गत अपने बच्चों को पाकिस्तान भेजने के लिए बॉर्डर पर पहुंची है।
सना के पास भारत की नागरिकता है। शादी के बरसों बाद भी सना को पाकिस्तान की नागरिकता नहीं मिल पाई है, जबकि उसके दोनों बच्चों को पाकिस्तान की नागरिक का प्राप्त हो चुकी है और वह 45 दिन के लिए भारत आए थे।
लेकिन सरकार की ओर से दिए गए आदेशों के बाद सना को मजबूरन अपने बच्चों को अब पाकिस्तान भेजना पड़ रहा है। अटारी बॉर्डर पर पहुंची सना ने मीडिया से कहा है कि वह अपने बच्चों को पाकिस्तान भेजने के लिए आई है।
सना ने भारत सरकार के फैसले को माताओं पर जुर्म करार दिया है।