कारोबारी से नाक रगड़वाने के मामले में थानेदार पर गिरी गाज-किया सस्पेंड

मेरठ। सड़क पर सरे आम कपड़ा कारोबारी से नाक रगड़वाने के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से की गई बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत मेडिकल थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। महानगर में कारोबारी से सरेआम नाक रगड़वाने वाले बड़े मामले की जानकारी थानेदार ने सीनियर अफसर को नहीं दी थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताड़ा ने महानगर और आसपास के कई जनपदों के साथ-साथ राजधानी लखनऊ तक चर्चित महानगर के मेडिकल थाना क्षेत्र में कपड़ा कारोबारी से सरेआम नाक रगड़वाने के मामले में मेडिकल थाना प्रभारी शैलेश यादव को सस्पेंड कर दिया है।
बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी ने अपने इलाके में सरेआम कारोबारी से नाक रगड़वाने वाली जैसी बड़ी घटना की समय पर सीनियर अफसर को जानकारी नहीं दी थी और ना हीं अधिकारियों को सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर वायरल हो रही वीडियो के संबंध में कुछ बताया था।
आरोप है कि इस बड़े मामले में कोई कार्यवाही करने के बजाय थाना प्रभारी शुरू से आखिर तक घटन को बेहद हल्के में लेते रहे थे।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल थाना क्षेत्र के फेमस तेज गढी चौराहे के पास खुद को भाजपा नेता बताने वाले विकल चपराणा ने कपड़ा कारोबारी सत्यम रस्तोगी से सरेआम सड़क पर नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई थी।
आरोप है कि यह पूरी घटना पुलिस के आंखों के सामने होती रही और इसके बावजूद थाना प्रभारी शैलेश यादव ने घटना का संज्ञान नहीं लिया और मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी।


