आपदा में अवसर-केदारनाथ में बोल्डर बनेंगे अब आस्था की पहचान

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में आई आपदा के निशानों को अवसर के रूप में तब्दील करते हुए बडे बडे बोल्डरों को आस्था की पहचान बनाने के सदप्रयास शुरू किए गए हैं। उकेरी जा रही शिव की तस्वीरों के प्रोजेक्ट का काम अगले साल में पूरा होगा।
आमतौर पर किसी भी तरह की आपदा को याद नहीं करते हुए इस तरह की आपदाएं फिर कभी नहीं आए इसके लिए सभी के द्वारा प्रार्थना की जाती है। लेकिन उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ में वर्ष 2013 में आई विनाशकारी आपदा के दौरान जो विशाल बोल्डर बड़ी तबाही की गवाही बने थे अब उन्हें श्रद्धा और कला का प्रतीक बनाया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि विनाशकारी आपदा के दौरान तबाही के गवाह बने इन विशाल बोल्डरों पर भगवान शिव के विभिन्न स्वरूप और प्राचीन मंदिरों की आकृतियां उकेरी जा रही है जो देश विदेश से केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब एक नया आकर्षण होगी।
आपदा के बाद से केदारनाथ में आरंभ किए गए पुनर्निर्माण कार्यों के दूसरे चरण में प्राकृतिक पत्थरों को संरक्षित कर उन्हें धार्मिक एवं सांस्कृतिक पहचान देने की दिशा में काम किया गया है। बोल्डरों पर कुल 31 आकृतियां बनाई गई है जिनमें भगवान शिव के विविध रूप और प्राचीन शिवालयों की झलक देखने को मिलेगी।


