सास-बहू के बीच संवाद को मजबूती देने के लिए जिले में हुआ सास बहू सम्मेलन

अलवर, सास और बहू के बीच संवाद को मज़बूती देना और परिवार नियोजन के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से राजस्थान में अलवर जिले के मोजपुर उपस्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को “सास बहू सम्मलेन” का आयोजन किया गया।
विकल्प परियोजना के राज्य परियोजना निदेशक अरुण नायर ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य सास और बहू के बीच संवाद को मज़बूती देना और परिवार नियोजन से जुड़ी जानकारी को बढ़ाना हैं। यह सम्मलेन सरकार द्वारा स्थापित एक सामुदायिक मंच है और 'विकल्प' परियोजना राजस्थान के कई ज़िलों में इसका संचालन करने में सरकार को सहयोग दे रही है।
सम्मेलन में अलवर के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा के के मीणा ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस के तहत मोबिलाइजेशन पखवाड़ा एवं दूसरे चरण में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा (11 से 24 जुलाई तक) में परिवार नियोजन कार्यक्रम में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम जैसे सास बहु सम्मलेन, पुरुष सहभागिता सम्मलेन, जागरूकता रैली आदि का आयोजन किया जा रहा है।
सास बहू सम्मलेन में सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए खंड मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा रूपेंद्र शर्मा ने उपस्थित लोगों के समक्ष परिवार नियोजन के विभिन्न अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी दी और बताया कि विवाह के बाद पहले बच्चे में कम-से-कम दो वर्ष की देरी एवं दो बच्चों के बीच कम-से-कम तीन वर्ष का अंतर रखना चाहिए। यह न केवल मां एवं बच्चों की सेहत बल्कि संपूर्ण परिवार की खुशहाली के लिए ज़रूरी है। परिवार नियोजन से महिलाओं को अनचाहे गर्भ से राहत, शरीर को गर्भधारण एवं प्रसव के लिए तैयार होने का समय मिलता है, जिससे बच्चे के जन्म में जटिलताएं और मातृ मृत्यु दर जैसी समस्याओं में कमी आती है।
श्री नायर ने बताया कि सम्मलेन को परिवार नियोजन के क्षेत्र में एक प्रभावी सामाजिक पहल बताते हुए कहा कि सास और बहू के बीच संवाद स्थापित कर उन्हें वैज्ञानिक, सुरक्षित और स्वैच्छिक परिवार नियोजन विकल्पों की जानकारी देना जरूरी है। सास का समर्थन मिलने पर युवा महिलाएं अपने स्वस्थ एवं सुखद पारिवारिक जीवन के लिए फैसले लेने में सशक्त बनती हैं। इस तरह दोनों पीढ़ियों में परिवार नियोजन की समझ और जागरूकता बढ़ाकर मातृ-शिशु स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है और पूरे परिवार की खुशहाली सुनिश्चित की जा सकती है।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में मौजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र की महिलाएं विशेष रूप से सास और बहुओं ने भाग लिया। सम्मलेन को संवादात्मक एवं रोचक बनाने के लिए कुछ खेल गतिविधियां भी कराई गई, जिसका उद्देश्य सास-बहुओं के बीच बेहतर संवाद स्थापित करना ताकि वो परिवारिक योजना से सम्बंधित विषयों पर खुल कर बात कर सके।
कार्यक्रम के अंत में सम्मेलन में आये लोगों को पर्चे वितरित किये गए, जिससे वे घर जाकर भी सही जानकारी साझा कर सकें। महिलाओं ने इस तरह की पहल को उपयोगी बताया और भविष्य में भी ऐसे संवादात्मक कार्यक्रमों की मांग की, जिससे समुदाय में जागरूकता और भी गहराई से पहुंच सके।