बोले मंत्री कपिलदेव- सेना की शौर्य गाथा का उदाहरण है ऑपरेशन सिंदूर

मुजफ्फरनगर। गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वाधान में आयोजित किए गए विशेष यज्ञ में भारत माता के वीर सपूतों द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चल रही जंग में देश की विजय पताका फहराने की प्रशंसा करते हुए जवानों की कुशलता की कामना की गई।

शुक्रवार को शहर के मोहल्ला रामपुरी स्थित विश्वकर्मा मंदिर परिसर में गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वाधान में विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया। भारत माता के वीर सपूतों द्वारा पाकिस्तान पर विजय पताका फहराने की गौरव गाथा को समर्पित इस यज्ञ में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए शहर विधायक एवं प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा तथा उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने गायत्री परिवार शांतिकुंज की ओर से सभी साधकों का इस राष्ट्रभक्ति पूर्ण कार्यक्रम में सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया।

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि वह उन सभी जवानों के शौर्य को नमन करते हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की रक्षा की और दुश्मनों की हर कोशिश को नाकाम किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय जवान देश की रक्षा में तैनात हैं और अपने अटूट हौसले और निष्ठा के साथ देश की सीमाओं को सुरक्षित रख रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रसेवा में तैनात भारतीय सेना के वीर भारत माता की सुरक्षा के लिए -50 डिग्री तापमान, तेज़ बर्फीली हवाएं और बेहद कठिन इलाके का सामना करते हुए हर पल देश की सुरक्षा में जुटे रहते हैं।
पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वीर जवानों की विजय पर बोलते हुए मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि यह ऑपरेशन हमारे राष्ट्रीय सशक्तिकरण और भारतीय सेना के जवानों की शौर्यगाथा का नवीन उदाहरण है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साधकों ने भाग लेकर यज्ञ में आहुतियां अर्पित की, यह यज्ञ राष्ट्र की सुरक्षा, शौर्य और अखंडता के प्रतीक हमारे सैनिकों के सम्मान में आयोजित किया गया था, जो देश सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने से भी नहीं चूकते।

इस अवसर पर उपस्थित साधकों ने देश की एकता, अखंडता और समृद्धि के लिए संकल्प लिया और गायत्री परिवार के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर जगदीश पांचाल, रुकमणि, निधि शर्मा, मुनेश शर्मा, पूनम, लक्ष्मी धीमान, डॉ. शारदा मिश्रा, मनोज भारद्वाज, सोमपाल, अशोक वर्मा, डॉ. रामनिवास, राधा मोहन, आर्यन पाराशर, प्रियांश आदि मौजूद रहे।