पंजाब में आई बाढ़ से बिजली बोर्ड को हुआ 50 करोड़ का नुकसान

जालंधर, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण पंजाब में आई भीषण बाढ़ से जहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, वहीं पंजाब राज्य बिजली बोर्ड (पीएसपीसीएल) के बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकासन पहुंचा है। बाढ़ के कारण बिजली के खंभे उखड़ गये, ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गये और सबस्टेशनों में पानी भर गया, जिससे उसकी बिजली लाइनें और उपकरण प्रभावित हुये हैं।
आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार बाढ़ के कारण पंजाब भर में पीएसपीसीएल की अवसंरचना को हुये नुकसान के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार उसे 50 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इनमें वितरण ट्रांसफार्मर, बिजली के खंभे और ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनें शामिल हैं। सबसे अधिक नुकसान सीमावर्ती क्षेत्र में करीब 25 करोड़ रुपये का हुआ है। क्षतिग्रस्त उपकरणों में 6500 से अधिक खंभे, 2300 ट्रांसफार्मर, 7500 किलोमीटर ट्रांसमिशन कंडक्टर और बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए 22 सब-स्टेशन शामिल हैं।
पिछले चार दशकों में पंजाब में आयी सबसे भीषण बाढ़, आंशिक रूप से भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड द्वारा पौंग बांध और भाखड़ा बांध से ब्यास और सतलुज में अतिरिक्त पानी छोड़ने और रणजीत सागर बांध से रावी नदी में पानी छोड़ने के निर्णय के कारण आयी है, जिससे राज्य में बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। पीएसपीसीएल के अकेले मध्य क्षेत्र में आठ करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है, क्योंकि लगभग 140 ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं, 225 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गये हैं और लगभग 13 किलोमीटर ओवरहेड बिजली के तार प्रभावित हुये हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 3,87,898 से ज़्यादा लोग सीधे तौर पर विस्थापित हुये हैं और सभी 23 बाढ़ प्रभावित ज़िलों के 2,050 गांवों में 20 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुये हैं, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। पंजाब सरकार ने अब तक सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों से 22,938 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने 219 राहत शिविर स्थापित किये हैं। इन शिविरों में कुल 5,404 लोगों को ठहराया गया है। राज्य के कई ज़िलों में अब तक कुल 176,980.05 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। बाढ़ के कारण अब तक 48 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि पठानकोट ज़िले में तीन लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं।