पांच महीने के कार्यकाल में तीन विधेयक पारित कर रचा इतिहास- रेखा गुप्ता

नई दिल्ली, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि चार से आठ अगस्त तक चले विधानसभा के सत्र में तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर उनकी सरकार ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
श्रीमती गुप्ता ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चार से आठ अगस्त तक चले इस सत्र में पांच महीने के कार्यकाल में तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर उनकी सरकार ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वहीं उन्होंने पिछली सरकार की विफलता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार पांच साल में महज़ 14 विधेयक ही पारित कर पाई।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता राजनीतिक नौटंकी नहीं, बल्कि रचनात्मक बहस और जनसमस्याओं के समाधान पर केंद्रित शासन है। हर विधायक को बोलने का अवसर मिला, विपक्ष को भी बराबर का समय दिया गया, ताकि सदन वास्तव में जनता की आवाज़ बन सके।
उन्होंने बताया कि सत्र में पेश दो सीएजी रिपोर्ट ने पूर्ववर्ती आमआदमी पार्टी की सरकार के शासन के दौरान वित्तीय अनियमितताओं की पोल खोल दी। यमुना सफाई, अमृत योजना और अन्य परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से मिले फंड का सही उपयोग नहीं किया गया। यहां तक कि 52,000 करोड़ रुपये के जीएसटी राजस्व के लिए उपयोगिता प्रमाणपत्र तक दाखिल नहीं किए गए। कई योजनाएं सिर्फ कागज़ों में चलती रहीं, जबकि जनता को कोई लाभ नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने इसे दिल्ली की जनता के साथ सीधा विश्वासघात बताया और कहा कि हमारी सरकार हर रुपये का उपयोग जनता के हित में पारदर्शी ढंग से कर रही है। न पैसा लटकने दिया जाएगा, न भ्रष्टाचार को बख्शा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा परिसर में पूर्ववर्ती सरकार द्वारा फैलाए गए झूठ और प्रोपेगेंडा को भी खारिज़ किया। उन्होंने कहा ‘फांसी घर’ जैसी नकारात्मक राजनीति जो न सिर्फ ऐतिहासिक फेरबदल की कोशिश थी बल्कि सदन के गौरवपूर्ण इतिहास पर कालिख पोतने का कार्य भी था। ऐतिहासिक तथ्यों के साथ फांसी घर के भ्रम को खत्म कर दिया गया है।”
उन्होंने भरोसा जताया कि दिल्ली सरकार आने वाले सत्रों में भी पारदर्शिता, जवाबदेही और जनकल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देती रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का हर निर्णय और हर नीति जनता के जीवन को बेहतर बनाने के लिए है। यही हमारा संकल्प और यही हमारी पहचान है।