ऑपरेशन सिंदूर के बाद BSF ने भी किए हैं प्रशिक्षण में बदलाव- शमशेर सिंह

ऑपरेशन सिंदूर के बाद BSF ने भी किए हैं प्रशिक्षण में बदलाव- शमशेर सिंह

ग्वालियर, मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित टेकनपुर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अकादमी के निदेशक डा शमशेर सिंह ने आज कहा कि देश की सेना द्वारा हाल ही में किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बीएसएफ ने भी अपने प्रशिक्षण में बड़े बदलाव किए है और अकादमी में स्कूल आफ ड्रोन शुरू किया गया है।

उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीकी को देखते हुए आज से स्कूल आफ ड्रोन भी अकादमी में शुरू किया गया है। इस स्कूल में ड्रोन तकनीक के साथ ही वारफेयर के साथ ही ड्रोन कमांडो और ड्रोन वॉरियर तैयार किये जायेंगे।

अकादमी में उपनिरीक्षक सीधी भर्ती की दीक्षांत परेड के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुये अकादमी निदेशक ने कहा कि अब युद्ध में नई तकनीक प्रणाली आ गई है। इसे देखते हुये सीमा सुरक्षा बल ने भी अपने प्रशिक्षण में बदलाव करने का फैसला किया है। इस बार युद्ध में ड्रोन तकनीक से लड़ाई हुई, इसे देखते हुये ड्रोन कमांडो और ड्रोन वारियर का प्रशिक्षण शुरू किया गया है।

उन्होंने बताया कि टेकनपुर में प्रशिक्षण के लिए आने वाले सहायक कमांडेंट से लेकर आरक्षक तक को ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बल में अब देशी नस्ल के रामपुर हाउंड कुत्तों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर प्रशिक्षण देना शुरू किया गया है। इसका प्रयोग बहुत सफल रहा है।

रासायनिक युद्ध की आशंका पर उन्होंने कहा कि हम ऐसे सभी युद्ध पर निगाह रखते हैं और उसे प्रशिक्षण में शामिल करते हैं।

इसके पहले आज अकादमी में उपनिरीक्षक सीधी भर्ती क्रमांक 70 की रंगारंग दीक्षांत परेड संपन्न हुई। परेड की सलामी अकादमी के निदेशक एडीजी डा शमशेर सिंह ने ली। इस परेड में 52 प्रशिक्षुओं ने देश रक्षा की शपथ ली। इन 52 अधीनस्थ अधिकारियों में 49 स्नातक और दो विशेष तकनीकी की शैक्षणिक योग्यता रखते है। इनमें दो महिला प्रशिक्षु भी हैं। इन अधिकारियों ने 50 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसमें शारीरिक प्रशिक्षण के साथ ही ड्रिल, युद्ध कौशल, निशानेबाजी, बिना हथियार लड़ने की कला, विधि व कानून के साथ ही मानवाधिकार अधिनियम, आतंकवाद व उग्रवादियों से लड़ना आदि प्रमुख रूप से शामिल है

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