छत डालते समय हादसा- गैस कटर से काटकर निकाले 3 शव- डीएम एसपी..

सुल्तानपुर। निर्माणाधीन मकान की छत डालते समय हुए बड़े हादसे में अचानक से छत भरभराकर नीचे गिर गई, मलबे में दबे सात मजदूरों की वजह से मौके पर बुरी तरह से हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों ने चार को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन बाकी बचे तीन लोग गैस कटर की सहायता से बाहर निकालने पड़े, इनमें दो सगे भाई थे।
जनपद की लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के गांव धरियामऊ के रहने वाले रामतीर्थ धुरिया का गांव में मकान बन रहा है। फिलहाल मुंबई में रहने वाले रामतीर्थ ने मकान निर्माण का ठेका राम मिलन वर्मा को दे रखा था।
सोमवार को मकान की छत डाली गई थी देर रात काम पूरा होने के बाद जब मिक्सर मशीन को खोला जा रहा था तो अचानक छत की सटरिंग खुल गई और वह भरभराकर नीचे गिर पड़ी। घटना के समय 5 मजदूर छत पर मौजूद थे, जबकि दर्जन पर मजदूर मिक्सर मशीन के पास खड़े हुए थे।

इनमें से सात मजदूर मलबे के तले दब गए। घटना के बाद मौके पर जमा हुए आसपास के लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना देते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। मलबे में दबे 36 वर्षीय सुभाष, 40 वर्षीय अफसर अली, 26 वर्षीय रवि सरोज को निकाल कर सीएचसी ले जाया गया, जहां गंभीर हालत के चलते रवि को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी कुमार हर्ष, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह, एएसपी अखंड प्रताप सिंह, एसडीएम लम्भुआ गामिनी सिंगल तुरंत मौके पर पहुंचे।
तकरीबन 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से निकाले गए 25 वर्षीय अरुण चौहान को सीएचसी पर पहुंचाया गया, इसी दौरान अयोध्या से पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने आधी रात के बाद 23 वर्षीय मजदूर आनंद के शव को मलबे से बाहर निकाला, कुछ समय बाद ही 20 वर्षीय विक्रम और 22 वर्षीय हिमांशु के 24 बाहर निकाल लिए गए।
स्थानीय लोगों के मुताबिक घटना स्थल पर मसाले के चलते इन लोगों के शव जम गए थे, जिसे गैस कटर से कटने के बाद निकाला जा सका। एक और शव को निकाला गया है जिसकी अभी तक पहचान नहीं हुई है।