लाल आतंक पर कड़ा प्रहार- सेना के सामने नक्सलियों ने डाले हथियार

जगवलपुर। भारतीय संविधान में विश्वास व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ में 200 से भी अधिक महिला पुरुष नक्सली सुरक्षा बलों के समक्ष आत्म समर्पण करते हुए देश की मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 98 पुरुषों के अलावा 110 महिलाएं भी शामिल है, जिन्होंने हथियारों के साथ सरेंडर किया है।
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य क्षेत्र में हुए एक बड़े घटनाक्रम के अंतर्गत 208 नक्सलियों ने आत्म समर्पण कर दिया है। सरेंडर करने वालों में 98 पुरुषों के अलावा 110 महिलाएं शामिल है। इन सभी को सरकार की पुनर्वास योजना का लाभ मिल सकेगा।
आत्म समर्पण के दौरान कुल 153 हथियार भी अधिकारियों के हवाले किए गए हैं, इन हथियारों में 19 एके 47 राइफल, चार कार्बन 11 बीजीएल लांचर, 41 बारह बोर सिंगल शॉट गन और एक पिस्टल शामिल है।
बड़ी संख्या में नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद अब अबूझमाड़ का अधिकांश हिस्सा नक्सली प्रभाव से मुक्त हो जाएगा। बड़ी संख्या में महिला पुरुष नक्सलियों के सरेंडर के बाद माना जा रहा है कि उत्तरी बस्तर में काफी हद तक लाल आतंक का अंत हो जाएगा।
अब केवल दक्षिणी बस्तर नक्सलियों के लिए बचा हुआ है।