गलत मरीज को ऑपरेशन टेबल पर लिटाने के मामले में 2 डॉक्टर 3 नर्स निलंबित

गलत मरीज को ऑपरेशन टेबल पर लिटाने के मामले में 2 डॉक्टर 3 नर्स निलंबित

लखनऊ , उरई के राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन टेबल पर गलत मरीज लिटाए जाने के मामले को शासन ने गम्भीरता से लिया है। प्रकरण के आरोपी सहायक आचार्य, सीनियर रेजिडेंट और तीन नर्सों को निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह कार्रवाई उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर की गई है। उन्होने लापरवाही पूर्ण घटना इस की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। जिसके लिए दो सदस्यीय कमेटी भी गठित की गई है।

डिप्टी सीएम के निर्देश पर निलंबित हुए लोगों में शामिल 2 सहायक आचार्य में सर्जरी डॉ. सुधांशु शर्मा एवं सीनियर रेजिडेंट डॉ. विशाल त्यागी सहित 3 नर्स ऊषा देवी, अमरपाली एस लाल एवं स्नेहप्रभा शामिल है। इन्हें प्रधानाचार्य कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को बेहद लापरवाही पूर्वक बताया।

उन्होंने बताया कि कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अरविंद त्रिवेदी एवं विभागाध्यक्ष, फॉरेंसिक मेडिसिन डॉ. पुनीत अवस्थी की एक संयुक्त कमेटी गठित कर की दी गयी है। शुरूआती जांच में 5 की भूमिका लापरवाही पूर्वक पाई गई। कमेटी द्वारा जांच पूर्ण करने के उपरान्त अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

गौरतलब है कि माधौगढ़ के डिकोली निवासी बृजेश चौधरी को पेट दर्द की शिकायत थी। उरई के राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने आंतों में सूजन बताई। 28 जुलाई को सर्जरी वार्ड सात में उनको भर्ती किया गया था। डॉक्टर ने कहा था कि सुबह डिस्चार्ज कर देंगे। लेकिन दूसरे दिन मरीज को स्टाफ ऑपरेशन थिएटर लेकर पहुंच गए। मरीज के पूछने पर स्टाफ ने ऑपरेशन की बात कही। मरीज ने बताया कि डॉक्टर ने तो उसे डिस्चार्ज करने के लिए बोला था। इसके बावजूद स्टाफ ने मरीज की एक न सुनी। ऑपरेशन थिएटर ले गए। दो इंजेक्शन लगा दिए थे। जिसके बाद मरीज ऑपरेशन थिएटर से भाग खड़ा हुआ था।

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