भतीजे को फिर दी बड़ी जिम्मेदारी- मायावती ने आकाश को बनाया.....

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपकर उन्हें बसपा का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग में बसपा प्रमुख ने इसकी घोषणा की है।
रविवार को राजधानी दिल्ली में बुलाई गई बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का मुख्य नेशनल कोऑर्डिनेटर बनने का ऐलान किया है। इतना ही की गई व्यवस्था के अंतर्गत आकाश आनंद को अब पार्टी के तीन अन्य नेशनल कोऑर्डिनेटर भी अपनी रिपोर्ट देंगे।
आकाश आनंद को आगामी चुनाव में पार्टी के प्रचार प्रसार की कमान को भी संभालने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि इसी साल यानी 2025 के मार्च महीने में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था।
इस निर्णय के पीछे उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की पार्टी विरोधी गतिविधियों को मुख्य कारण बताया गया था। हालांकि, अप्रैल 2025 में आकाश आनंद ने सार्वजनिक रूप से मायावती से माफी मांगी और पार्टी में पुनः शामिल होने की इच्छा जताई।
इस दौरान आकाश आनंद ने यह भी कहा कि वे पार्टी के हित में अपने पारिवारिक संबंधों को बाधा नहीं बनने देंगे। इस माफी के कुछ ही घंटों बाद, मायावती ने उन्हें पार्टी में वापस लेने की घोषणा की।
अब रविवार को आकाश आनंद को बसपा सुप्रीमो द्वारा पुनः पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है, जिससे स्पष्ट होता है कि BSP में आकाश आनंद की भूमिका को फिर से सशक्त किया गया है।
आकाश आनंद की ताजपोशी के बाद बसपा मुखिया मायावती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- उम्मीद है इस बार पार्टी व मूवमेंट के हित में आकाश हर प्रकार की सावधानी बरतते हुए पार्टी को मजबूत बनाने में अपना सहयोग करेंगे।आगामी चुनाव में आकाश आनंद पार्टी के प्रचार की कमान भी संभालेंगे. बसपा में फिलहाल तीन नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाए गए हैं. इनके ऊपर चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद रहेंगे. जिन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया है, उनमें राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, रणधीर बेनीवाल और राजाराम का नाम शामिल है. रामजी गौतम संगठन में बिहार प्रदेश के प्रभारी भी हैं. आकाश आनंद की सियासी जिम्मेदारी बढ़ाने के फैसले से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार माना जा रहा है।