बदमाशों पर आफत बने SSP संजय- बदमाशों को यमलोक भेजने की लगाई हैट्रिक

मुजफ्फरनगर। मई माह का पहले सप्ताह था और मुजफ्फरनगर के नये एसएसपी बने तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी सजय कुमार वर्मा। आईपीएस संजय कुमार वर्मा ने कार्यभार ग्रहण किया और फ्लैग मार्च का कानून व्यवस्था का हाल जाना और फिर इसके पश्चात एसएसपी सजय कुमार वर्मा ने स्पष्ट संदेश दिया कि भय का माहौल उत्पन्न करने वाले बदमाशों की किसी भी तरह बख्शीश नहीं होगी। इसके बाद से ही निस्तर मुजफ्फरनगर के बदमाशों की गिरफ्तारिया शुरू हुई यदि किसी ने भागने का प्रयास किया और पुलिस पर फायरिंग की तो उसको उसी तरह से पुलिस द्वारा जवाब दिया गया। एसएसपी के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस संजय कुमार वर्मा के कार्यभार ग्रहण करने के समय से लेकर अब तक सैकड़ों बदमाशों को मुठभेड में गोली का मजा चखाकर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।

एसएसपी संजय कुमार वर्मा के इस पांच माह के कार्यकाल के दौरान तीन बडी मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाशों को अपराध की दुनिया से अलविदा कहते हुए यमराज की चौखट पर पहुंचना पड़ा। पहली बड़ी मुठभेड़ हुई थाना छपार क्षेत्र में, जहां पर मुजफ्फरनगर पुलिस और एसटीएफ मेरठ यूनिट ने 50 हजार के ईनामी बदमाश शाहरूख पठान को ढेर किया। इसके बाद मीरापुर क्षेत्र में एक लाख रूपये के ईनामी बदमाश नईम कुरैशी को पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की तो वह मागने लगा और पुलिस पर हमला बोला, बदमाश से मुठभेड़ की सूचना पर पुलिस कमाडर एसएसपी सजय कुमार और एसपी देहात आदित्य बसल भी बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे और पुलिस टीम को लीड करते हुए नजर आये। पुलिस और बदमाश की तरफ से गोलियां चलती रही और फिर पुलिस मुठभेड़ में लखटकिया ईनामी बदमाश नईम कुरेशी ढेर हो गया।
अक्सर देखा जाता है कि विभाग कोई भी हो और काम कठिन हो यहा पर टीम को मुखिया खुद मौजूद हो तो अधीनस्थों का हौसला बढ़ा हुआ नजर आता है। ऐसे ही जब मीरापुर थाना क्षेत्र में बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई हो या फिर बुढ़ाना थाना क्षेत्र में बदमाश के साथ पुलिस की मुठभेड हुई हो एसएसपी सजय कुमार वर्मा व एसपी देहात आदित्य बंसल ने मॉनिटरिंग की जिससे पुलिस टीम को हौसला बढ़ा ही रहा। सर्राफ व्यापारी के लूट की वारदात देने वाले एक लाख के ईनामी बदमाश को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर यमलोक एक्सप्रेस में रवाना कर दिया। यू एसएसपी संजय कुमार वर्मा के पाच माह के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर पुलिस ने बदमाशों के तीन विकेट गिराये।
मुजफ्पारनगर के तत्कालीन एसएसपी अभिषेक यादव के कार्यकाल के बाद से दो या दो से अधिक बदमाशों को ढेर करने वाले आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा है। आईपीएस सजय कुमार वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप बदमाशों को पुलिस गोली का जवाब गोली से दे रही और उन्हें अपराध की दुनिया से टाटा करा रही है। मुजफ्फरनगर पुलिस कमांडर व साल 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय कुमार बर्मा के कार्यकाल में तीन एनकाउंटर कहां हुए, पढ़िये खोजी न्यूज की पूरी खबर
गौरतलब है कि 14 जुलाई 2025 को एसटीएफ और मुजफ्फरनगर पुलिस ने सयुक्त रूप से बदमाश शाहरूख पठान निवासी खालापार मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार करने के लिये की थाना छपार क्षेत्र में घेराबंदी कर ली तो इस दौरान पुलिस और बदमाश की बीच मुठभेड़ हो गई और फिर गोलियां चलने लगी और 50 हजार का ईनामी बदमाश शाहरूख पठान मुठभेड़ में ढेर हो गया। पुलिस ने ढेर हुए बदमाश के पास से एक बेजा कार एक पिस्टल, रिवाल्वर, कई जिंदा कारतूस और तीन खोखा कारतूस बरामद किये। ढेर हुआ शाहरूख पठान संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर था, जिसके खिलाफ विभिन्न थानों पर लूट और हत्या के एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। यह कुछ महीनों पहले ही जमानत पर बाहर आया था। जमानत पर बाहर आने के बाद बदमाशा शाहरूख पठान पर गवाहों को डराने धमकाने और जान से मारने के प्रयास में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।

मीरापुर थानाध्यक्ष बबलू कुमार को सूचना मिली थी कि एक लाख रूपये का ईनामी बदमाश नईन कुरेशी पुत्र यूसुफ निवासी खालापार जिला मुजफ्फरनगर थाना इलाके के मोपा पुलिस के आसपास दिखाई दिया है। इसके बाद मीरापुर प्रभारी निरीक्षक ने बबलू कुमार व पुलिस टीम ने बदमाश नईम कुरैशी की घेराबंदी की तो बदमाश ने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग की। इस मुठभेड़ में पुलिस ने बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर यमलोक एक्सप्रेस में रवाना कर दिया गया। इस एनकाउंटर में पुलिस पूफ जैकेट पहने एसएसपी संजय कुमार एसपी देहात आदित्य बंसल भी पूरी टीम को लीड करते हुए दिखाई दिये। एनकाउंटर में ढेर करने वाले बदमाश के खिलाफ दिल्ली यूपी उत्तराखंड में लगभग 35 मुकदमे दर्ज है, जिसमें हत्या बक्ती लूट, चोरी और हत्या के प्रयास के मुकदमे हैं। बदमाश नईम कुरैशी ने खिलाफ साल 2024 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। यह फरार चल रहा था, पुलिस ने नईम कुरेशी पर एक लाख रूपये का ईनाम घोषित किया गया था।
बुढ़ाना के सर्राफा व्यापारी नेमचव वर्मा और उनके भतीजे से लूट की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी महताब की बुढ़ाना थाना क्षेत्र के परसौली के जंगल में पुलिस ने घेराबंदी की और आत्मसमर्पण के लिये कहा तो उसने पुलिस बर फायरिंग कर दी। पुलिस और बदमाश के बीच चल रही गोलियों की तडतडाइट जगल में गूंजती रही और पुलिस ने बदमाश महताब को गोली का मजा चखाते हुए एनकाउटर में ढेर कर दिया। ढेर हुआ महताब पर एक लाख रूपये का इनाम घोषित था, जो सोंटा रसूलपुर, थानामवन जनपद शामली का रहने वाला था। महताब के खिलाफ मेरठ, सहारनपुर और शामली सहित कई जिलों के थानों में मुकदमे दर्ज थे।