SP राम सेवक को भेंट की भगवान राम व हनुमान जी मूर्ति तो बन गया अजब संयोग

शामली। इसे इत्तेफ़ाक भी कह सकते है और आस्था से जुड़ी शानदार तस्वीर भी। एसपी राम सेवक गौतम को कुछ लोगों ने भेंट की भगवान राम और हनुमान जी की मूर्ति तो अजब का संयोग बन गया।
शामली के पुलिस कप्तान के रूप में आईपीएस अफसर राम सेवक गौतम को एक साल का वक़्त हो चुका है। शामली के एसपी के रूप में रामसेवक गौतम के कार्यकाल की आम नागरिक, राजनीतिक व्यक्ति, उद्योग जगत से जुड़े लोग या व्यापारी वर्ग सब में राम सेवक गौतम ने अपनी कार्यशैली से सब में अपनी एक पहचान बनाई हुई है । कप्तान राम सेवक गौतम जहां अपने दफ्तर में बैठकर जन समस्याएं सुनते हैं वही अक्सर अपने कैंप कार्यालय पर भी फरियादी और मिलने आने वाले लोगों से भी मुलाकात कर लेते हैं।
शामली पुलिस कप्तान रामसेवक गौतम के कैंप कार्यालय पर कुछ लोग मिलने आए और उन्होंने उन्हें भेंट स्वरूप भगवान राम और उनके सेवक हनुमान जी की मूर्ति एक साथ भेंट की। वैसे तो पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को सर्विस रुल के मुताबिक धर्म से ऊपर उठकर आम जनता और देश के लिए काम करने की प्रतिज्ञा दिलाई जाती है लेकिन कभी कभी अफ़सर को मिलने आने वाले सभी धर्म के लोगों के द्वारा भेंट की जाने वाली तस्वीरें वेऔर अन्य सामान भी भेंट स्वरूप स्वीकार करना पड़ता है और ऐसी भेंट कभी कभी मिसाल भी बन जाती हैं ऐसा ही हुआ यूपी के शामली जिले में।

दरअसल एसपी शामली रामसेवक गौतम से उनके कैंप कार्यालय पर कुछ लोग मिलने आए और उन्होंने उन्हें भेंट स्वरूप भगवान राम और हनुमान जी की मूर्ति भेंट की। मूर्ति भेंट के करने के बाद एसपी रामसेवक गौतम के स्टाफ ने उनकी टेबल के साइड में बनी रैक पर आगे भगवान राम और उनके पीछे हनुमान जी की मूर्ति रख दी। जैसे ही दोनों मूर्तियां रखी गई, वैसे ही खोजी न्यूज की पत्रकार स्नेहा शर्मा ने एसपी रामसेवक गौतम से कहा कि सर यह अजीब इत्तेफाक है कि आपका पहला नाम राम है तो आपकी रैक पर जो भगवान राम की मूर्ति आगे रखी है उसमें आगे भगवान राम है दूसरा आपका नाम सेवक है तो भगवान राम के सेवक के रूप में हनुमान जी को जाना जाता है, वह हनुमान भगवान राम जी के पीछे हैं तो कैसा इत्तेफाक है कि आपका नाम राम सेवक गौतम है और आपकी साइड में जो मूर्ति रखी गई है उन में भगवान राम आगे है और उनके सेवक के रूप में पीछे हनुमान जी हैं । एसपी रामसेवक की टेबल की बराबर में जो मूर्ति रखी गई उसमें भगवान राम आगे और सेवक हनुमान जी उनके पीछे है। यह सवाल करने पर एसपी रामसेवक कहते है *मैं पुलिस की नौकरी में हूं तो हमारे लिए देश , प्रदेश , कानून व्यवस्था को स्थापित करना एवं आम पब्लिक को न्याय दिलाना है । यह तस्वीर किसी ने भेंट की है तो यह संयोग से ही हुआ है। खैर कुछ भी हो लेकिन एसपी रामसेवक गौतम के कैंप कार्यालय की तस्वीर अपने आप में शानदार है।