सिपाही निकला कार चोरों का सरदार- भेद खुलते ही भूमिगत- किया सस्पेंड

गाजियाबाद। कांस्टेबल के तौर पर पुलिस विभाग में काम करने वाला गाड़ी चोरों का सरदार निकला है। वाहन चोरी गैंग के खुलासे में चोरों का सरदार निकला कांस्टेबल ऑन डिमांड गाड़ी चोरी कराता था। विभाग की ओर से की गई कार्यवाही के अंतर्गत कर चोरों के सरदार सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है जो भेद खुलने के बाद से ही फरार है।

गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने गाड़ी चोरी करने वाले एक बड़े गैंग का खुलासा किया है। अभी तक आधा सैकड़ा से भी अधिक गाड़ियां चोरी कर चुका यह गैंग ऑन डिमांड गाड़ी चोरी कर संबंधित को अवेलेबल कराता था। गाड़ी चोरों के गिरोह का मास्टरमाइंड उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही निकला है, जिसे शनिवार की देर रात की गई कार्रवाई के अंतर्गत सस्पेंड कर दिया गया है।
गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने इसी महीने की 1 सितंबर को जनपद के लोनी में छापा मार कार्यवाही करते हुए सलमानी गैंग को गिरफ्तार किया था, जिसमें चांद, सुफियान, उवेश और बृजमोहन उर्फ बीएम अरेस्ट किए गए थे, पकड़े गए चोरों के पास से चोरी की गई सात गाड़ियों के अलावा फर्जी नंबर प्लेट एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं।
पकड़े गए चोरों से की गई पूछताछ में हुए बड़े खुलासे में अरेस्ट किया गया यह गिरोह अभी तक 50 से 60 गाड़ियां चोरी कर संबंधित को बेच चुका है।

गिरफ्तार चोरों से हुई पूछताछ में यह एक बड़ा खुलासा हुआ है कि लोनी थाने में उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मनीष कुमार उन्हें व्हाट्सएप पर कॉल करके ऑन डिमांड गाड़ियां चोरी करवाता था। ब्रेजा कर चोरी करने के बदले ₹10000 इन्हें दिए जाते थे।
ऑन डिमांड चोरी की गई गाड़ियां पहले कौशांबी बस स्टैंड के पास खाली पड़े मैदान में खड़ी की जाती थी, इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मनीष कुमार अपने गुर्गों के सहारे इन्हें संबंधित तक अवेलेबल करता था।
कुछ गाड़ियों को मुरादनगर की एक फैक्ट्री में भी छुपा कर रखा गया था। शनिवार की देर रात हुई सस्पेंशन की कार्यवाही के बाद सिपाही मनीष कुमार भूमिगत हो गया है पुलिस फरार हुए मनीष की तलाश में ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई कर रही है।